राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में आज दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की गर्जना रैली आयोजित की जा रही है। इस रैली में देशभर से 70 हजार किसान दिल्ली कूच कर रहे है। अकेले राजस्थान से ही 20 हजार से ज्यादा किसान इस रैली में शामिल हो रहे हैं। जयपुर से लगभग 5000 किसान बसों और ट्रकों से दिल्ली पहुंच रहे हैं। झालावाड़ से भी करीब 12 हजार किसान इसमें शामिल हुए हैं।
600 जिलों के किसान हो रहे हैं शामिल
किसान गर्जना संघ केंद्र सरकार के खिलाफ आज लामबंद हुआ है। दिल्ली से सटे राज्यों की सीमाओं पर किसान गर्जना रैली के बैनर लगाए हैं। संघ के महासचिव मोहिनी मोहन मिश्रा का कहना है कि इस गर्जना रैली में पूरे देश के करीब 600 जिलों के किसान शामिल हो रहे हैं।
कई किसान संगठनों की मांग है कि बढ़ती महंगाई के कारण किसान कर्जदार हो रहा है, इसलिए किसानों के हित में मांगें मानी जाएं। संगठनों का कहना है कि किसानों की लागत आधारित लाभकारी मूल्य सहित कृषि आदानों पर लगने वाली जीएसटी हटाने के साथ-साथ सम्मान निधि में मिलने वाली रकम को बढ़ाया जाए। इसके लिए देशभर में भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने जनसंपर्क कर दिल्ली में हजारों की संख्या में किसान गर्जना रैली में किसानों को शामिल करवाने का आह्वान किया है।
ये हैं आंदोलन की प्रमुख मांगें
1- लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य का लागू कर इसको मिलना सुनिश्चित किया जाए।
2- सभी प्रकार के कृषि जिन्सों पर जीएसटी समाप्त हो।
3- किसान सम्मान निधि में पर्याप्त बढोतरी की जाए।
4- जीएम सरसों को अनुमति न दी जाए।
5- नदी जोड़ो परियोजना को प्राथमिकता दी जाए।
6- पूर्वी नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर शीघ्र क्रियान्विति सुनिश्चित हो।
7- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का सरलीकरण हो और दो वर्ष से लंबित मुआवजा जारी हो।
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