धौलपुर। बीते गुरुवार की रात बाड़ी रोड पर स्थित बाल संप्रेषण गृह से तीन बाल अपचारी तैनात गार्डों के साथ मारपीट कर फरार हो गए थे,जिन्हें आज सदर थाना पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर से निरुद्ध किया और वापस सुधार गृह में दाखिल कराया। बता दें कि यह मामला शुक्रवार को दर्ज किया गया था।
पानी पीने के बहाने गार्ड्स से मारपीट कर भागे
बताते चलें कि यह वारदात गुरुवार की रात को हुई। यहां तीन बाल अपचारियों ने गार्डों से पीने के लिए पानी मांगा। मुख्य गेट पर मौजूद होमगार्ड के जवान राकेश और मुकेश ने ताले की चाबी को पास में टेबल पर रख कर तीनों बाल अपचारियों को जैसे ही पानी पिलाना शुरू किया तो इन्होंने उन पर हमला कर दिया। इसके बाद मारपीट कर गार्डों को कमरे में बंद कर दिया और चाबी से मुख्य द्वार का गेट खोलकर भाग गए थे। घटना की सूचना पर सदर थाना पुलिस ने समेत अन्य थानों की पुलिस ने बाल अपचारियों के घर और रिश्तेदारों के यहां तलाश किया। जिस पर पुलिस ने तीनों को अलग-अलग स्थानों से दस्तयाब कर लिया। सदर थाना प्रभारी हनुमान सहाय ने बताया कि बाल अपचारियों को आज वापस बाल संप्रेषण गृह में दाखिल करा दिया है। तीनों बाल अपचारी संगीन मामलों में निरुद्ध थे।
डकैती, दुष्कर्म जैसे मामले में हैं दोषी
घटना को लेकर बाल संप्रेषण गृह के अधीक्षक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इन बालकों पर हाल ही में सर्राफा व्यवसाई के साथ हुई डकैती का आरोप है साथ ही चोरी और दुष्कर्म जैसे संगीन मामले में भी दोषी हैं।
घटना को लेकर देर रात को कोतवाली, सदर और निहालगंज पुलिस ने बाल संप्रेषण गृह से फरार हुए बाल अपचारियों की तलाश में नाकाबंदी की। सुबह तक चली नाकेबंदी के बाद भी बाल अपचारियों का पता नहीं चला। घटना को लेकर सदर थाना प्रभारी हनुमान सहाय ने बताया कि फरार बाल अपचारियों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर रवाना की गई जिसके बाद तीनों पुलिस के हाथ लगे।
बीते 5 महीने में दूसरी बार फरार हुए बाल अपचारी
धौलपुर जिले की बाल संप्रेषण गृह पिछले डेढ़ साल से लगातार सुर्खियों में हैं। बीते 5 माह में 2 बार आधा दर्जन से अधिक बाल अपचारी बाल संप्रेषण गृह से फरार हो चुके हैं। गुरुवार को फरार हुआ एक बाल अपचारी पहले भी बाल संप्रेषण गृह से फरार हो चुका है। जिसको लेकर बाल संप्रेषण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। गुरुवार को ही घटना से पूर्व 12 और 13 जुलाई की रात को 4 बाल अपचारी फरार हुए थे।