अपनी मांगों को लेकर राजस्थान सरकार के विरोध में बेरोजगार गुजरात में 26 दिन से आंदोलन कर रहे हैं इस बीच आज बेरोजगारों ने ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से मुलाकात की और अपनी मांगों को मनमानी की मांग की। अहमदाबाद के विशिष्ट अतिथि गृह में उपेन यादव के नेतृत्व में युवा बेरोजगारों ने ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के सामने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर अपनी 20 सूत्री मांगे पूरी करने की मांग की जिस पर मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बेरोजगारों को और उनके प्रतिनिधिमंडल को सीएम गहलोत से बात कर उनकी मांगों का जल्द निस्तारण करने का आश्वासन दिया।
मंत्री भंवर सिंह भाटी से मिलने से पहले उपेन यादव ने कहा कि लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन हमारी मांगे अभी तक नहीं सुनी गई जिसकी वजह से हम इस तरह आंदोलन करने के लिए मजबूर हुए हैं लेकिन अब फिर से इसमें एक सकारात्मक पहल की गुंजाइश दिखाई दे रही है बेरोजगारों ने विरोध के बजाय बात करके अपनी 20 सूत्री मांगों को मनवाने के लिए कदम बढ़ाया है इसी के तहत बेरोजगार संघ ने ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से मुलाकात की।
मंत्री सुभाष गर्ग के साथ बातचीत का वीडियो वायरल
तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदर्शनकारी बेरोजगारों से मंत्री सुभाष गर्ग से बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो की पंचायती राज से जुड़ी भर्ती के बारे में बताया जा रहा है। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता हनुमान के सामने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन ने उनके धरने के लिए अनुमति नहीं दी लेकिन हमारे प्रतिनिधि मंडल को शिक्षा मंत्री से बात कराने का आश्वासन जरूर दिया है लेकिन अगर हमारी यह मांगे नहीं मानी गई तो हम जयपुर के शहीद स्मारक पर 2 नवंबर को बड़ा आंदोलन करेंगे।
मनाई थी काली दिवाली, बेचे थे दीये
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में बेरोजगारों का आंदोलन 26 दिन से बेरोजगार गुजरात की सड़कों पर कांग्रेस सरकार का विरोध कर रहे हैं। बीते दिनों इन बेरोजगारों ने काली दिवाली मनाई थी। बीते शनिवार को धनतेरस के दिन बेरोजगारों ने अहमदाबाद में मिट्टी के दीये भी बेचे थे। बेरोजगारों ने कांग्रेस सरकार का विरोध जताते हुए कई जगहों पर दुकानें लगाकर सामान भी बेचा था।
बेरोजगारों की ये हैं प्रमुख मांगे
राजस्थान के बेरोजगार लंबे समय से अपनी मांगों के लिए आंदोलनरत हैं। इनमें से कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती में 40 फीसदी न्यूनतम की बाध्यता में शिथिलता, राजकीय आइटीआइ कॉलेजों में 1500 पदों पर कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती, पंचायतीराज जेईएन भर्ती, समेत 20 सूत्रीय मांगो को लेकर आवाज उठाई जारी है।