कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए देश भर में वोटिंग जारी है। राजस्थान पीसीसी में सीएम अशोक गहलोत ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान किया। सीएम अशोक गहलोत ने वोटिंग से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांधी परिवार से मेरा रिश्ता तर्क से परे है। विनोबा भावे का जो गीता के साथ रिश्ता था। वहीं रिश्ता मेरा गांधी परिवार के साथ है। 19 अक्टूबर के बाद भी मेरे रिश्ते गांधी परिवार के साथ ऐसे ही रहेंगे।
युवा नेताओं में सब्र की कमी – अशोक गहलोत
युवाओं की कांग्रेस पार्टी के प्रति नाराजगी के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि युवा हमारी पार्टी से नाराज नहीं है। बल्कि युवा तो हमसे जुड़ना चाहते हैं और जुड़ भी रहे हैं। जो लोग छोड़कर गए हैं वो अवसरवादी लोग हैं। उन्हें दूसरी पार्टी में चांस मिल गया केंद्रीय मंत्री बनने के लिए। उन्हें सब्र नहीं है। कम उम्र में ही वे बड़े ओहदे पर पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद का नाम लेकर कहा कि जब मैं इंदिरा गांधी के कार्यकाल के समय वे डिप्टी मिनिस्टर बने थे। तब इन लोगों को राज्य मंत्री बनाय़ा था। इससे बड़ा आशीर्वाद और क्या हो सकता है। इतनी कम उम्र में इन्हें अच्छे पद मिले फिर भी ये पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।
सब्र रखकर मेहनत करें जरूर मिलेगा फल – अशोक गहलोत
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि युवा पीढ़ी का हम सम्मान करते हैं। लेकिन इन युवाओं को भी सब्र रखना चाहिए। कांग्रेस में कई युवा नेता रहे हैं। उन्हें उने कार्य के अनुसार पदभार सौंपा गया था और ये लोग अभी तक चाहे कांग्रेस के अच्छे दिन हो या बुरे दिन हो उन्होंने पार्टी की सेवा की है।
गहलोत ने कहा कि जो लोग पार्टी में रहकर बगावती सुर अलाप रहे हैं उनसे मैं यही कहना चाह रहा हूं कि सब्र रखें और मेहनत करते जाएं उन्हें उसका फल जरूर मिलेगा। उन्हें राहुल गांधी की यात्रा से सीख लेनी चाहिए। भारत जोड़ो य़ात्रा के बाद जो पार्टी छोड़ने का मन बना रहे हैं वो भी अब हजार बार सोचेंगे।
अवैध तरीके से चंदे की उगाही कर रही है भाजपा, सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान
इसके बाद अशोक गहलोत ने कार्यालय के अंदर जाकर मतदान किया। इसके बाद उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए जमकर हमला बोला। राजनीति में चंदे को लेकर उन्होंने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना इलेक्ट्रो बॉन्ड के भाजपा को चंदे के जरिए अथाह पैसा मिल रहा है। जिसकी कोई मॉनिटरिंग नहीं कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
खड़गे के अनुभव का कोई विकल्प नहीं
अशोक गहलोत ने कहा कि अगर इस पर लगाम नहीं लगाया गय़ा तो देश में बढ़ रहा धार्मिक उन्माद और धर्म के नाम पर राजनीति का खेल बढ़ता जा रहा है। देश इस वक्त बहुत खतरनाक मोड चल रहा है। इसभाजपा की वजह से ही देश में कई मनीष सिसोदिया बन गए हैं। अध्यक्ष को लेकर गहलोत ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। उने पास राजनीति का लंबा अनुभव है। इस अनुभव का लाभ हम सभी को मिलने वाला है और निश्चित रूप से मिलेगा। क्योंकि अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता।