प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, जिसके चलते रैलियों दौरों का दौर जारी हो गया है। सिर्फ प्रदेश ही नहीं प्रदेश के बाहर से भी अब वोट बटोरने की राह तलाशी जाने लगी हैं। दरअसल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया कल 13 अक्टूबर से गुजरात दौरे पर रहेंगे। इन दो दिनों में पूनिया प्रवासी राजस्थानियों के साथ सम्मेलन में भाग लेंगे।
13-14 अक्टूबर को गुजरात दौरे पर सतीश पूनिया
कल 13 अक्टूबर को प्रवासी राजस्थानियों की ओर से सूरत में एक कार्यक्रम आयोजित किा जाएगा। जिसमें देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अभिवादन समारोह और दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में सतीश पूनिया के अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देववृत, गुजरात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, दर्शनाबेन जरदोष, कैलाश चौधरी समेत कई नेता मौजूद रहेंगे।
प्रवासी राजस्थानियों के प्रभुत्व वाली 46 सीटों पर नजर
अब इसके सियासी मायने निकालें तो देखेंगे कि गुजरात में 46 ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां पर प्रवासी राजस्थानियों का प्रभुत्व है। चुनावी माहौल में सतीश पूनिया का गुरात दौरान इन सीटों को सीधने की कोशिश के रूप में देखा जा रह है। इन सभी समीकरणों पर गौर करेंगे तो देखेंगे कि गुजरात में भी इसी साल विधानसभा चुनाव हैं। जिसमें भाजपा अपने मिशन गुजरात 2022 को धार देने में लगी हुई है। सतीश पूनिया का य दौरा भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रहा है। 14 अक्टूबर को गांधीनगर में गुजरात भाजपा प्रदेश कार्यालय में सुबह 11 बजे भाजपा राजस्थान प्रदेश के जिला और विधानसभा प्रवासी प्रभारियों की बैठक होगी।जिसे सतीश पूनिया संबोधित करेंगे। इस बैठक में प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा, प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवल भी शामिल रहेंगे।
राजस्थान के साथ मिशन गुजरात पर भी काम
मीडिया से बात करते हुए पूनिया ने कहा कि गुजरात की 46 विधानसभा सीटों पर 100 से ऊपर राजस्थान के कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। इन सीटों पर प्रवासी राजस्थानियों का प्रभुत्व है। इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति तैयार की जाएगी।
वहीं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय पार्टी है इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर नेताओं के कार्यक्रम हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक करेेंगे और आगे की रणनीति पर काम करेंगे।