नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की तरफ से बुधवार को नेप्च्यून की बेहद खूबसूरत तस्वीरें जारी की गई हैं। इस ग्रह को पहली बार देखा गया है और एकदम नई रोशनी में इस ग्रह के आसपास मौजूद रिंग्स को भी देखा जा सकता है जिन्हें देख पाना काफी मुश्किल था। नासा की प्रेस रिलीज में इस बात की जानकारी दी गई है।
वेब प्रोजेक्ट पर नेप्च्यून एक्सपर्ट हाइदी हमाल ने कहा, ‘यह तीन दशकों में पहली बार है जब हमने इन नए, धूल भरे रिंग्स को देखा है और पहली बार है कि इस ग्रह को देखा गया है।’ इससे पहले सन् 1989 में नासा के वोयाजर 2 को नेप्च्यून के रिंग्स के अस्तित्व का पहला फोटोग्राफिक सबूत दिया था।
नजर आया सुपरमून टाइटन
ये ग्रह धरती की तरफ झुका हुआ है और सूरज का एक चक्कर पूरा करने में इसे 164 साल लगते हैं। जियोलॉजिस्ट को अभी इसके उत्तरी ध्रुव की कोई फोटोग्राफ या कोई जानकारी नहीं मिल सकती है। जेम्स वेब ने नेप्च्यून के 14 चंद्रमाओं में से सात को देखा है जिसमें एक इसका सबसे बड़ा चांद टाइटन भी आया है। टाइटन असाधारण तौर पर एक उल्टी कक्षा के तौर पर इसके चारों ओर चक्कर लगता है।
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सबसे दूर का ग्रह
अंधेरा, ठंडा और सुपरसोनिक हवाओं से घिरा, नेपच्यून हमारे सौर मंडल का सबसे दूर का ग्रह है। इस ग्रह और उसके पड़ोसी ग्रह यूरेनस को ‘बर्फ के दानव’ के तौर पर जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका अंदरूनी हिस्सा गैस से भी वजनी बृहस्पति और शनि की तुलना में भारी तत्वों से बने होते हैं, जो हाइड्रोजन और हीलियम में समृद्ध होते हैं। नई तस्वीरों में नेप्च्यून सफेद रंग का नजर आ रहा है।