सदन में लम्पी पर चर्चा : विधानसभा में लम्पी बीमारी से गायों की मौत पर पक्ष और प्रतिपक्ष के सदस्य उलझते नजर आए। विपक्ष के विधायकों ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार पर समय पर नहीं चेतने का आरोप लगाया। जवाब में प्रतिपक्ष की तरफ से निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढा (Sanyam Lodha) ने कहा कि 25 सांसदों ने इस मद में एक भी पैसा नहीं दिया है। प्रधानमंत्री ने इसकी अनुमति नहीं दी है। लोढ़ा की इस टिप्पणी से सदन में थोड़ी देर तक हंगामे का माहौल रहा। भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने कहा कि सरकार समय पर अगर इन गायों के भले के लिए काम करती तो आज गायें मौत के मुंह में नहीं समाती।
लम्पी 32 जिलों में खेल चुका है ओलंपिक
भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने कहा कि गायों में वायरस फै लने के दौरान भी सरकार टीकाकरण करवाती रही, जिससे यह बीमारी और ज्यादा फै ली जबकि सरकार को चाहिए था कि बीमारी का इलाज करती ना कि टीकाकरण। प्रदेश के 32 जिलों में लम्पी ओलंपिक खेल चुका है, सिर्फ एक बारां जिला इसकी चपेट में नहीं है। लम्पी का राजस्थान में पहला के स अप्रैल, 2022 में जैसलमेर में मिला था।
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