इजरायल में प्राचीन समय में खेले जाने वाले खेल से जुड़ी चीजें पुरातत्वविदों को मिली हैं। इस गेम को खेलने के लिए हड्डियों के टुकड़े इस्तेमाल किए जाते थे। पुरातत्वविदों ने इजरायल के शेफेला में स्थित मारेशा-बेट गुवरिन राष्ट्रीय उद्यान में ये खोज की है। इसे को एस्ट्रेगलोई के रूप में जाना जाता है।
एस्ट्रैगलोमेंसी का खेल यूनानियों और रोमन लोगों के बीच प्रसिद्ध था। ये भविष्यवाणी से जुड़ा खेल था। इस गेम में भेड़, बकरियों के टखने की हड्डियों से पासे बनाए जाते थे। इससे पहले कांस्य और लकड़ी के भी पासे मिले थे। एस्ट्रैगलोमेंसी को लेकर लोग मानते थे कि इन पासों के जरिए देवता उनसे बात करते हैं। कुछ भी पूछने के लिए लोग पुरोहित के पास जाते थे, जो इन पासों को घुमाते थे। किसी भी भविष्यवाणी को जानने के लिए एक बार में पांच एस्ट्रेगलोई फेंके जाते थे। उनके संकेतों से ही अनुमान लगाया जाता था।
2300 साल पुराने हैं टुकड़े
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हाइफा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओ ने खुदाई के दौरान हेलेनिस्टिक काल के एस्ट्गलोई का संग्रह पाया। ये टुकड़े लगभग 2300 साल पुराने हैं। इन पर ग्रीक देवी-देवताओ जैसे प्रेम और सौंदर्य की देवी एफ्रोडाइट, देवताओं के दूत हर्मीस, विवाह से जुड़ी देवी हेरा और विजय के पंखों वाली देवी नाइक का नाम अंकित है। कुछ पर डाकू और रोकें भी लिखा है।
बड़ी संख्या में मिले पासे
रिसर्च फेलो डॉली पेरी-गैल के मुताबिक मारेशा में मिला एस्ट्गलोई संख्या में तो ज्यादा हैं। इसके साथ ही उनकी गुणवत्ता भी बहुत बेहतर है। इन्हें जोड़ने से पता चला है कि संकट में पड़े लोगों ने अटकलों और मंत्रों के जरिए बाहरी दुनिया से मदद मांगी। महिलाओं और पुरुषों ने स्वास्थ्य, प्रसव और मृत्यु के अनिश्चित वातावरण से बचने के लिए जादू के जरिए अपना बचाव करना चाहा।