कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद अब नई पार्टी बना सकते हैं। उनके करीबी औऱ पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने इस चर्चा को और हवा दे दी है। उनका कहना है कि जम्मू कश्मीर में कश्मीर से धारा 370 हटाने से पहले की स्थिति को बहाल करने के लिए गुलाम नबी आजाद नई पार्टी का गठन करेंगे। जीएम सरूरी ने यहां आजाद के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर भी विराम लगाया है ।
‘भाजपा में नहीं होंगे शामिल’
उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद के विचार हमेशा से धर्मनिरपेक्ष रहे हैं। तो ऐसे में तो वे भाजपा में शामिल नहीं सकते, न ही आगे होंगे। उन्होंने कहा कि जब से आजाद (Gulam Nabi Azad) ने इस्तीफा दिया है, तब से कई कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं, पार्षदों ने भी इस्तीफा दे दिया है, ये नबी की लोकप्रियता का ही नतीजा है। सरूरी ने कहा कि नई पार्टी की शुरआत करने के लिए आजाद 4 सितंबर को जम्मू आएंगे। यहां पर वे अपने साथियों के साथ नई पार्टी के गठन पर विचार-विमर्श करेंगे।
बता दें कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को सौंप दिया है। गुलाम नबी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 5 पेज की चिट्ठी सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को सौंप दी है। जिसमें उन्होंने पार्टी में उन्हें अपमानित, नजरअंदाज करने समेत कई बातों का जिक्र करते हुए अपना दर्द बयां किया है।
गुलाम नबी ने राहुल गांधी पर साधा था निशाना
गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) द्वारा सोनिया गांधी को भेजे 5 पन्नों के पत्र में बताया कि कांग्रेस को काबील लोगों की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने सीधे-सीधे राहुल गांधी पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पार्टी के सीनियर नेताओं की इज्जत नहीं करते है। उनके सुझावों को भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) दरकिनार किया है। उनकी ऐसी हरकतें बचकाना है। उनके कारण ही पार्टी की छवी लगातार खराब हो रही है।
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