Jaipur : आयुर्वेद और चिकित्सा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष गर्ग (Subash Garg) ने आज सचिवालय में आयुष विभाग के विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। गर्ग ने प्रतिनिधियों को उनकी उठाई गई मांगों पर जल्द फैसला लेने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की विसंगति या मामलों पर जल्द एक्शन लिए जाएंगे। विभाग की उन्नति और आयुष पद्धति के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य सरकार का रुख हमेशा सकारात्मक रहेगा।
गर्ग (Subash Garg) ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है जब बैठक के लिए सभी चिकित्सकीय, नर्स, कंपाउंडर और परिचारक संघ के प्रतिनिधी एक साथ एकत्रित हुए हैं। बता दें कि एलोपैथिक या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों के समान वेतन, पदोन्नति को 10, 20, 30 के स्थान पर 6,12,18 किए जाए, निशुल्क दवाइयों की संख्या बढ़ें, वरिष्ठ चिकित्सकों की प्रशासकीय पदों पर नियुक्ति, आयुष नीति- 2021 के अनुरूप चिकित्सक लगाने की आयुष चिकित्सकीय संघों की मांगें हैं। इस पर राज्य मंत्री ने अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को भेजने के निर्देश दिए।
मांगों को लेकर कमेटी गठित करने के दिए निर्देश
उन्होंने (Subash Garg) कुछ मांगों पर कमेटी बनाने के निर्देश दिए। राज्य मंत्री ने कहा कि निरोगी राजस्थान की संकल्पना तभी साकार हो सकती है जब होम्योपैथिक, यूनानी, आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को भी बढ़ावा दिया जाए। इसलिए उन्होंने बजट बढ़ाए जाने की मांग पर भी सहमति दी है। इसके अलावा नर्सेज व कंपाउंडर एसोसिएशन की मांगों पर भी बैठक में गहन चर्चा की गई। वे नर्सेज की ग्रेड पे 3600 से बढ़ाकर चिकित्सा विभाग के समान 4200 किए जाने व कैडर रिव्यू की वे मांग कर रहे हैं। इस पर डॉ. गर्ग ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का अध्ययन कर कमेटी बनाने के निर्देश दिए और कहा कि इस संदर्भ में नियमों में यदि संशोधन किया जाना आवश्यक हो तो वह भी किया जाए।
नए पद सृजित करने और आरक्षण पर दिया आश्वासन
गर्ग ने डिस्पेंसरी में नर्सेज के पद सृजित करने तथा भर्ती और पदोन्नति में आरक्षण प्रक्रिया का शत-प्रतिशत पालन किए जाने का भी आश्वासन दिया। आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों के शिक्षकों की वेतन विसंगति, पदोन्नति जैसी मांगों पर राज्यमंत्री ने कमेटी बनाकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
बता दें कि इस बैठक में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग की शासन सचिव विनीता श्रीवास्तव, उप सचिव रामानंद शर्मा, निदेशक आयुर्वेद आनंद शर्मा, निदेशक होम्योपैथी रेनू बंसल, निदेशक यूनानी सैयद मोहम्मद, ओएसडी गिरधर गोपाल शर्मा सहित विभाग के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।