Jhunjhunun : राजौरी में शहीद हुए झुंझुनूं के लाल सतपाल सिंह का आज उनके पैतृक गांव जैतपुर में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूरे गांव के साथ सेना के जवान और सतपाल सिंह के परिवार के लोग मौजूद रहे। शहीद का पार्थिव शरीर लाते वक्त विशाल तिरंगा यात्रा भी निकाली गई। पूरे रास्ते लोग वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए आ रहे थे। शहादत के प्रति लोगों में जोश और जुनून के साथ ही आंखो में नमी थी औऱ दिल में भावुकता थी।
आंखों में आंसू लेकर शहादत को सलामी
सतपाल सिंह की पार्थिव देह जैसे ही उनके गांव पहुंची, गांव के सारे लोग घरों से बाहर आ गए, महिलाएं सतपाल के घर पहुंचने लगीं। शहीद की पत्नी ने जैसे ही अपने पति की देह आने की खबर मिली, वे रोते-भागते हुए बाहर आईं, उन्हें बिलखता देख हर किसी की आंखे नम हो गई। महिलाओं ने जैसे तैसे वीरांगना को संभाला। जिसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा और संस्कार की तैयार की गई। तिरंगा यात्रा के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई।
गौरतलब है कि 11 अगस्त को राजौरी में आंतकवादियों ने हमला किया था। जिसमें झुंझुनूं जिले के मालीगांव निवासी सूबेदार राजेंद्र प्रसाद भाम्बू (48) सहित 3 जवान शहीद हो गए थे। राजेन्द्र प्रसाद 21 साल की उम्र में ही 23 फरवरी 1995 को सेना में भर्ती हुए थे।