Jaipur : जयपुर जिले के जमवारामगढ़ के रायसर गांव में शिक्षिका को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही शिक्षिका के परिवार को पुलिस सुरक्षा भी दी गई है। शिक्षिका घर पर दो पुलिसकर्मी 24 घंटे सुरक्षा में रहेंगे, वहीं पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है। रायसर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी बाबूलाल, प्रहलाद, रामकरण, राजेंद्र, सुनील, सुलोचना देवी और सरस्वती देवी को गिरफ्तार किया है।
जयपुर ग्रामीण एसपी मनीष अग्रवाल के मुताबिक रायसर में 10 अगस्त को आग से झुलसी शिक्षिका सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हुई थी। मृतका के पर्चा बयान के आधार पर मामला दर्ज करके जांचपड़ताल शुरू की गई। इलाज के दौरान महिला की 16 अगस्त को मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि जांच में सामने आया है कि महिला ने आरोपियों की प्रताड़ना
से स्वयं आत्मदाह किया था। महिला के मामले में धारा 306 के तहत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
घटना 10 अगस्त की…16 अगस्त को वीडियो हुआ वायरल
शिक्षिका को सरेआम जिंदा जलाने की यह वारदात 10 अगस्त की थी। लेकिन इसका वीडियो 16 अगस्त की रात को जारी किया गया था और यह वीडियो भी घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद ने बनाया था। दबंगों के डर की वजह से उसने यह वीडियो नहीं जारी किया था। लेकिन 16 अगस्त को जब शिक्षिका की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था। जिसके बाद कुछ ही घंटों में यह वीडियो वायरल हुआ था। हैरानी की बात यह है कि इस वीडियो के वायरल के बाद पुलिस अपनी नींद से जागी थी। जिसके बाद पुलिस ने गांव पहुंचकर जांच पड़ताल की थी, जिसके बाद अब जाकर कल यानी शुक्रवार को गिरफ्तारी हुई।
ये था पूरा मामला
यहां पैसों के लेनदेन के मामले में इस शिक्षिका को 10 अगस्त को जिंदा जला दिया गया। सुबह शिक्षिका अपने 6 साल के बेटे के साथ स्कूल जा रही थी। तभी लगभग 1 दर्जन लोगों ने उसे रास्ते में घेर लिया औऱ अभद्रता औऱ मारपीट करने लगे। उन्होंने महिला को जान से मारने की धमकी दी, डरकर महिला अपने घर से भागकर एक घर में छुप गई, लेकिन बदमाशों ने इस पर घर वालों को धमकी दी कि अगर उन्होंने इस महिला को अपने घर में पनाह दी तो उनका भी बचना मुश्किल हो जाएगा। इस पर उस घर के रहने वालों ने महिला को घर से बाहर कर दिया।
घर के बाहर ही खड़े वहशी दरिंदों ने महिला पर उसके 6 साल के बेटे के सामने पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी। आग से जलती हुई महिला तड़प उठी, वह चीख रही थी, मदद के लिए चिल्ला रही थी, इधर उधर भाग रही थी, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। आखिर में जब बदमाश वहां से चले गए तो लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान महिला का मौत हो गई।
मृतक महिला ने इस घटना से पहले 7 अगस्त को मृतका ने पुलिस को बाकायदा शिकायत लिख कर सुरक्षा की गुहार की थी, महिला ने नामजद आरोपियों पर छेड़छाड़ और मारपीट का मामला दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस नहीं चेती। यहां तक कि 10 अगस्त को हुई इस घटना के बाद भी पुलिस एक्शन में नहीं आई।