Congo Fever: जोधपुर में कांगो फीवर से एक महिला की मौत हो गई। मौत के बाद चिकित्सा महकमे में हड़कंप मंच गया है। बताया जा रहा है कि बनाड़ के नादडा गांव की रहने वाली 51 वर्षीय सुमेर कंवर को गत 30 सितम्बर को तबीयत बिगड़ी तबीयत बिगड़ने के बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां से उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर कर दिया गया था। वहां भी कुछ दिन रखने के बाद महिला को अहमदाबाद रेफर किया गया जहां उसका 8 अक्टूबर को निधन हो गया। निधन होने के बाद महिला का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। लेकिन जब इसकी सूचना चिकित्सा विभाग जयपुर को मिली तो चिकित्सा विभाग जयपुर ने जोधपुर चिकित्सा विभाग को सूचित किया और चिकित्सा विभाग जोधपुर की टीम तुरंत उसके गांव नादडा पहुंची और वहां पर आस पड़ोस के सैंपल लिए गए।
सैंपल लेकर भिजवाएं लैब
बताया जा रहा है कि महिला पशुधन रखती थी और उसी से उसको यह फीवर हुआ। फिलहाल चिकित्सा महकमे ने मौके से सैंपल लिए हैं,साथ ही 15 दिन तक महिला के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों को चिकित्सा विभाग अगले 15 दिन तक उनकी मॉनिटरिंग करेगा। डिप्टी सीएमएचओ प्रीतम सांखला ने बताया कि चिकित्सा विभाग जयपुर से सूचना मिलने के बाद हमारी टीम मौके पर पहुंची है और महिला के परिवार व उनके आस पड़ोस के सैंपल लिए गए, फिलहाल सैंपलों को लैब में भिजवाए गए हैं,सैंपल आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल टीमे हुई अलर्ट
डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया- महिला के कांगो फीवर की रिपोर्ट आते ही मेडिकल टीम अलर्ट हो गई थी। बुधवार सुबह करीब 8 बजे टीमों को नांदड़ा गांव भेज दिया गया। पूरे गांव में सर्वे करवाया गया है। साथ ही महिला के सभी परिजनों के सैंपल लिए गए हैं।
पशुओं के साथ रहने से रहता है खतरा
अधिकारियों ने बताया कि कांगो फीवर से पीड़ित महिला पशुपालन से जुड़ी हुई थी। पशुओं के साथ रहने से कांगो फीवर का खतरा अधिक बढ़ जाता है। पशुओं की चमड़ी से चिपके रहने वाला ‘हिमोरल’ (किलनी) नामक परजीवी इस रोग को बढ़ाता है। कांगो फीवर के संक्रमण से रोगी को बुखार का एहसास होता है और उसके शरीर की मांसपेशियों में दर्द होता है। उसे चक्कर आते है, सिर दर्द करता है, आंखों में जलन और रोशनी से डर लगने लगता है।