Rajasthan News: परिवहन मंत्री और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के घर पहुंचा 7000 रुपए का चालान, जाने क्या रही वजह चालान जारी करने की

Rajasthan News: राजस्थान के डिप्टी सीएम डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. इन सुर्खियों के पीछे डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा के…

शपथ ग्रहण समारोह 5 | Sach Bedhadak

Rajasthan News: राजस्थान के डिप्टी सीएम डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. इन सुर्खियों के पीछे डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा के बेटे की रियल वायरल होना और दूसरा फेक न्यूज़ को लेकर लगातार मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चाएं हो रही है. पिछले दोनों डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा के बेटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीति में काफी हलचल मच गई और इस दिल के बाद डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है.

27 सितंबर को वायरल हुई थी रील

डॉ प्रेमचंद बेरवा के गाड़ी चलाते हुए वीडियो की 27 सितंबर को वायरल हुई थी इसके बाद सोशल मीडिया पर यह रील काफी जगह वायरल हुई जिससे की हलचल मच गई. रील वायरल होने के 8 दिन बाद परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए बैरवा के बेटे के खिलाफ ₹7000 का चालान जारी किया और यह चालान राजस्थान परिवहन विभाग की ओर से जारी किया गया है जिसके मंत्री को डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा है.

7000 रुपए का कटा चालान

राजस्थान परिवहन विभाग की ओर से चालान की कॉपी सामने आने के बाद पता चला कि डिप्टी सीएम के बेटे के खिलाफ खुली जीप में रील बनाने के आरोप में चालान जारी किया गया था, जो कि परिवहन निरीक्षक पीडी सोनी ने किया था. डिप्टी सीएम के बेटे के खिलाफ तीन तरह के चालान जारी किए गए हैं, जिसमें वाहन में अनधिकृत मॉडिफिकेशन के लिए 5000 रुपये, सीट बेल्ट न पहनने पर 1000 रुपये और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए गाड़ी चलाने पर 1000 रुपये का चालान जारी किया गया है. 

डॉ. बैरवा ने बताया बेटा नाबालिक हैं

सोशल मीडिया पर रील वायरल होने के बाद एक निजी कार्यक्रम में डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा ने मीडिया से बातचीत करते हुए सवाल पूछने पर कहा कि मेरे बेटे का यह सौभाग्य है. कि उसको यह सब चीज मेरे उपमुख्यमंत्री बनने के बाद में मिल रही है साथ ही बैरवा ने कहा कि अभी तो मेरा बेटा नाबालिक है, 18 साल का भी नहीं हुआ है तो अभी इतनी समझ नहीं है. साथ ही कहा कि अगर पैसे वाले लोग मेरे बेटे के साथ रहते हैं तो यह मेरा सौभाग्य हैं.