मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रैवासा धाम पहुंचे, नए पीठाधीश्वर से बंद कमरे में 15 मिनट तक बातचीत की फिर गए दिल्ली

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज सीकर दौर पर रहे, जहां उन्होनें रैवासा धाम पंहुचकर दिवंगत स्वामी राघवाचार्य महाराज को श्रद्धांजलि दी। सीएम ने…

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जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज सीकर दौर पर रहे, जहां उन्होनें रैवासा धाम पंहुचकर दिवंगत स्वामी राघवाचार्य महाराज को श्रद्धांजलि दी। सीएम ने रैवासा धाम के नए पीठाधीश्वर व उत्तराधिकारी स्वामी राजेंद्रदास महाराज के चादरपोशी कार्यक्रम में शिरकत की और उन्हें माला पहनाकर व शोल ओढ़ाकर महाराज से अर्शिवाद लिया। इससे पहले उन्होंने भगवान जानकिनाथ के दर्शन कर प्रदेश में खुशहाली की कामना की।

कुछ यूं रहा सीएम के आने का कार्यक्रम

सीएम भजनलाल शर्मा पहले विशेष विमान से तारपुरा हवाई पट्टी पर पंहुचे जहां उनका जिला प्रशासन के अधिकारीयों व भाजपा जिला के पदाधिकारीयों ने सीएम का स्वागत किया, उसके बाद सीएम सड़क मार्ग रैवासा धाम पंहुचे और उन्होने सबसे पहले दिवगंत राघवाचार्य महाराज को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इसके बाद फिर भगवान जानकिनाथ मंदिर में भगवान के दर्शन किए और प्रदेश के सुख वैभव कि कामना की। सीएम ने भजनलाल ने उत्तराधिकारी राजेंद्रदास महाराज के चादरपोशी कार्यक्रम में शिरकत की, वहीं करीब 15 मिनट तक सीएम ने बंद कमरे में नए पीठाधीश्वर से बातचीत की मुलाकात के बाद सीएम तारपुरा हवाई से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान सीएम के साथ यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती सहित अनेक लोग मौजूद रहे.

रैवासा में लगा संतों का मेला

लगातार 2 दिनों से रैवासा के जानकिनाथ मंदिर में देशभर से आए अनेक संतो का मेला लगा रहा। जिसमें संत चादरपोशी कार्यक्रम में शिरकत होकर राजेंद्रदास महाराज से मिल रहे हैं. वहीं मंदिर परिसर में बनाए दो पंडाल में एक में विशाल भंडारा चला और दूसरे में महाराज राजेंद्रदास जी के साथ हजारों कि संख्या में संत मौजूद रहे वहीं इस पांडाल में भजन संध्या का आयोजन भी हुआ।

कौन थे स्वामी राघवाचार्य महाराज

देश में संस्कृत शिक्षा, वेद विद्यालयों के संरक्षण और गो- उत्पादों को घर- घर तक पंहुचाने वाले रैवासा पीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य महाराज जिनकी शिक्षा पाकर आज हजारों शिष्य कई संत बन गए हैं। राघवाचार्य महाराजकई पीठ की गद्दी धारण कर चुके हैं। महाराज भगवान जानकिनाथ की सेवा में बेहद लीन थे। पूरे देश में इनकी चर्चा रहती थी बड़े से बड़े कार्यक्रम में महाराज को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करते थे.