Police Alert: जैसलमेर जिले में आने वाले लोकदेवता बाबा रामसापीर की नगरी रामदेवरा में इन दिनो पुलिस अलर्ट मोड पर है। पोकरण रेलवे स्टेशन पर मिली धमाके की धमकी के बाद से जैसलमेर का पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है। पुलिस ने मेला स्थल और आसपास के एरिया में छानबीन की। पुलिस को कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। जैसलमेर एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल को पोकरण रेलवे स्टेशन पर एक पर्ची मिली। पर्ची में लिखा है कि कपड़े के बने घोड़े लेकर आ रहे जातरुओं की जांच कीजिए, उसमें बम हो सकता है। मैं डरते हुए बाथरूम में बैठकर ये लिख रहा हूं। आप लोग बीएसएफ, पुलिस को सूचना दो। आतंकी मंदिर को घोड़े में बम रखकर उड़ा सकते हैं। आप लोग चेक कीजिए।
मंदिर से कपड़े के घोड़े हटाए गए
जैसलमेर एसपी की माने तो इस पर्ची के मिलने के बाद खुफिया एजेंसी और पुलिस अलर्ट हो गईं। मंदिर को खाली कराया गया। बाबा रामदेव समाधि समिति द्वारा चढ़ाए गए कपड़े के छोटे और बड़े घोड़े ट्रैक्टर में भरकर मंदिर से 2 किलोमीटर दूर रणुजा कुएं पर ले जाए गए।
देश भर से पहुंचते है लाखो श्रद्धालु
इस दौरान पोकरण के एएसपी गोपालसिंह भाटी, डीवाईएसपी भवानी सिंह, रामदेवरा एसएचओ शंकरलाल, रामदेवरा सरपंच समंदर सिंह, समाधि समिति के सदस्य और मंदिर के सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। बता दें, इस समय बाबा रामदेव का लक्खी मेला चल रहा है, जिसमें देश भर से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। कुछ महीने पहले ही जयपुर में भी बम धमाके की सूचनाएं मिली थीं, लेकिन वे सभी झूठी निकली थी।
पुलिस कर रही जगह-जगह तलाशी
बम से उडाने की मिली पर्ची के बाद से लगातार पुलिस अलर्ट मोड पर तलाशी अभियान चला रखा है। इस घटना के बाद, पोकरण और रामदेवरा रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी और आरपीएफ द्वारा सघन तलाशी अभियान चलाया गया। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के सामान की तलाशी ली जा रही है। इसी प्रकार, पोकरण रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के हैड कॉन्स्टेबल पीरचंद ने बताया कि पत्र मिलने के बाद सभी संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली गई।रामदेवरा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ड्यूटी प्रभारी दुर्ग सिंह ने बताया कि धमकी भरा पत्र मिलने के बाद जीआरपी ने मुझे सूचित किया। इसके बाद, मैंने जिला पुलिस अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी।
किसने छोड़ा खत यह इसलिए पता लगा पाना मुश्किल
जीआरपी की माने तो पोकरण और रामदेवरा रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, जिससे पत्र को किसने छोड़ा इसकी जांच में कठिनाई आ रही है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में रामदेवरा में 640वें भादवा मेले के दौरान प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
देर रात पहुंची ईआरटी कमांडो की टीम पहुंची
घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गईं। जोधपुर से इमरजेंसी रिस्पांस टीम कमांडो की टीम रात 12.50 बजे रामदेवरा पहुंची। उन्होंने मंदिर के आसपास तलाशी ली और रामदेवरा पुलिस से मामले की पूरी जानकारी प्राप्त की। ईआरटी कमांडो ने मंदिर के चारों ओर जांच की और रामसरोवर तालाब पर भी तलाशी अभियान चलाया। जांच के बाद, श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश देने से पहले उनके सामान की जांच की जा रही है। रात भर मंदिर में श्रद्धालुओं की जांच की गई और केवल सत्यापित श्रद्धालुओं को ही समाधि परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है।