Rajasthan Biggest Dam:राजस्थान के सबसे बडे बांध के रूप में पहचान रखने वाले माही बजाज सागर के मंगलवार को चारो गेट खोलने पडे। यह एक ऐसा बांध है जिसके गेट खोलने से पहले माही माता मंदिर में पूजा की जाती है जिसके बाद ही माता का आर्शीवाद मिलने के बाद हर बार गेट खोलने की परपंरा है। बांध से 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट खोलने से एक घंटा पहले मंगलवार दोपहर 3 बजे सायरन बजाकर अलर्ट किया गया। मंगलवार की शाम को माता की पूजा करने के बाद शाम को इसके गेट खोले गए। एईएन पीयूष पाटीदार ने बताया कि बांसवाड़ा जिले के माही डैम के1,2,15 और 16 नंबर के गेट को 1-1 मीटर खोला गया है। सबसे पहले 1 नंबर गेट खुला, इसके बाद 16 नंबर, फिर 2 और 15 नंबर गेट खोला गया। डैम के ऊपर बने कंट्रोल पैनल रूम में 4 अधिकारियों ने एक साथ बटन दबाकर गेट खोले।
सायरन बजाना इसलिए होता है जरूरी
एईएन ने बताया कि गेट खोले जाने से पहले माही डैम के ऊपर बने माही माता मंदिर में पूजा की गई। माता का आशीर्वाद हर बार गेट खोलने से पहले लिया जाता है। माही परियोजना के एक्सईएन प्रकाश चंद्र रैगर ने बताया कि डैम के गेट खोलने से पहले सायरन बजाना जरूरी होता है। एक सायरन माही डैम पर है। दूसरा 60 किलोमीटर दूर बेणेश्वर के संगम पर है और तीसरा 35 किलोमीटर दूर पीपलखूंट में है। सभी का कंट्रोल माही डैम से ही है। तीनों जगह के सायरन के बटन यहीं से दबाए गए थे।
सायरन इसलिए ताकि लोग नदी के बहाव से हो जाए दूर
पहला साइरन माही डैम पर 3 बजे बजाया गया था। इसके बाद 3.30 बजे और फिर 3.45 बजे सायरन बजाया गया था। फाइनल सायरन 4.10 बजे बजाया गया था। बाकी दो सायरन बेणेश्वर और पीपलखूंट इलाके में नदी के किनारे पर हैं। सायरन लोगों को अलर्ट करने के लिए बजाया जाता है। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र से दूर हो जाएं। साइरन की आवाज 5 किमी क्षेत्र तक सुनाई देती है।
बारिश अच्छी हुई इसलिए बढा बांध का जलस्तर
बांध में 1000 क्यूसेक पानी की लगातार आवक हो रही है। बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बजाज सागर बांध का जलस्तर 280.40 तक पहुंच चुका है। ऐसे में जल संसाधन विभाग, राजस्थान माही बांध परियोजना ने गेट खोलने का फैसला किया। गेट खोलने को लेकर प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट किया गया है। बताया गया है कि वे नदी के आस-पास नहीं जाए।इसकी भराव क्षमता 281.50 मीटर है। बांध में बारिश के साथ मध्य प्रदेश से पानी की आवक लगातार जारी है। इसी पानी को रिलीज किया जा रहा है।