Rajasthan Politics: जयपुर। राजस्थान की पॉलिटिक्स में नाकारा, निकम्मा और गद्दार जैसे शब्द आम हो चले हैं। पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 3 साल तक सचिन पायलट को लेकर इन शब्दों का खूब इस्तेमाल किया तो अब लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस्तेमाल किया है। उन्होंने अब दिल्ली में बैठे 24 नेताओं को निकम्मा बताया है। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है। लेकिन ईशारा बीजेपी के उन नेताओं की तरफ है जो साल 2019 में सांसद चुने गए थे। डोटासरा ने कहा कि दिल्ली में बैठे 24 नेताओं से राजस्थान की जनता बेहद नाराज है।
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संसद में बैठकर पढ़ते रहते हैं मोदी चालीसा
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के 24 नेता चुने गए थे। 24 के 24 सांसद अपने 5 साल के पूरे कार्यकाल में दिल्ली में चुपचाप बैठे रहे। जैसे कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है। उसी तरह से ये 24 नेता मोदी चालीसा का पाठ करते थे। सिर्फ मोदी का गुणगान करने के अलावा इन नेताओं ने कुछ काम नहीं किया। सुबह से शाम तक सिर्फ मोदी-मोदी ही करते रहते थे। नाराज उत्तर प्रदेश के जनता ने बीजेपी को अच्छा सबक सिखाया है।
5 लाख से जीतने का दावा करने वाले हजारों में सिमटे
डोटासरा ने कहा जो बीजेपी नेता 5 लाख वोटों से जीतने का दावा करते थे वो हजारों में सिमट गए। 24 से 14 पर आ गए और जिन सिटों पर जीत दर्ज की वह मामूली अंतर से। जयपुर ग्रामीण सीट पर तो सरकार ने गड़बड़ी कर ही दी। हर राउंड में आगे चल रहे प्रत्याशी अंतिम राउंड में कैसे पिछड़ गया और महज 1615 वोटों के अंतर से हार गया। इसकी कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है।
हमने मोदी की सच्चाई जनता के सामने रखी
डोटासरा ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेताओं द्वारा किए गए झूठे वादों को जनता के सामने रखा। नरेंद्र मोदी के 2014 से लेकर 2019 तक किए गए वादों से जनता के रूबरू करवाया। जनता को यह बताया कि मोदी के वादे सिर्फ चुनावी जुमले हैं। पीएम के वादों में कोई सच्चाई नहीं है। लोगों ने इस बात को समझा और भाजपा को सबक सिखाया। भाजपा भले ही देश की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। राजस्थान की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा का वोट शेयर घटा है।
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