जयपुर। राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार बनने के बाद पेपर लीक माफियों पर एक बाद एक लगातार एक्शन ले रही हैं। प्रदेश में बीजेपी सरकार जीरो टॉलरेस की नीति पर काम करते हुए पेपर लीक और डमी कैंडिडेट की धरपकड़ कर आए दिन नए खुलासे कर रही है।
इसी क्रम में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम एक बार फिर राजस्थान पुलिस एकेडमी (RPA) पहुंची। एसओजी की टीम मंगलवार सुबह करीब 9.30 बजे यहां पहुंची और आरोपियों से कई घंटों तक पूछताछ की। इसके बाद 15 ट्रेनी एसआई को डिटेन किया है। इनमें 2 महिला और 13 पुरुष सब इंस्पेक्टर शामिल हैं।
बता दें इससे पहले राजस्थान में पेपर लीक केस की जांच में जुटी एसओजी ने 15 ट्रेनी थानेदारों को गिरफ्तार किया था।एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में पास हुए सभी ट्रेनी एसआई की डमी परीक्षा ली थी। ट्रेनी एसआई को वही पेपर हल करने के लिए दिया था, जो साल 2021 की परीक्षा में आया था। इस दौरान 17 ट्रेनी एसआई 20 प्रतिशत भी पेपर हल नहीं कर पाए। वहीं, 400 ट्रेनी एसआई 50 प्रतिशत प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पाए थे।
जांच एजेंसी को पूर्व में गिरफ्तार ट्रेनी एसआई से कई अहम सबूत मिले है। माना जा रहा है कि उसी के आधार पर एसओजी ने यह कार्रवाई की है। बता दें एसओजी राजस्थान में पेपर लीक केस की जांच में जुटी है। इस केस की जांच में कोई एक भर्ती परीक्षा ही शामिल नहीं है। बल्कि कई भर्ती परीक्षाओं के मामले जांच के दायरे में है। एसओजी जांच में सामने आने पर किसी एक परीक्षा के पेपर लीक मामले में किसी आरोपी को पकड़ती तो उसी परीक्षा या फिर दूसरी परीक्षा का कोई न कोई नया किरदार सामने आ जाता है। पुलिस आरोपियों के इस मकड़जाल में से अभी तक कइयों को पकड़ चुकी है।
5 मार्च को गिरफ्तार किया गया था
उल्लेखनीय है कि SOG ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पकड़े गए 14 ट्रेनी थानेदारों को तीन बार अलग-अलग अवधि में 15 दिन की रिमांड पर लिया था। हाल ही में उनकी रिमांड अवधि पूरे होने पर उनको फिर कोर्ट में पेश किया गया था। वहां से कोर्ट ने 14 ट्रेनी थानेदारों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। यह आदेश मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट पूनाराम गोदारा ने दिए थे। इस दौरान आरोपियों की तरफ से कोर्ट में जमानत प्रार्थना पत्र दायर किया गया था। इस पर कोर्ट ने एक महिला ट्रेनी एसआई को जमानत दे दी थी। इन 14 ट्रेनी एसआई को एसओजी ने पेपर लीक प्रकरण में 5 मार्च को गिरफ्तार किया था।