Gajendra Singh Shekhawat: राजस्थान में पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में पूर्व सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस नेताओं के सबसे ज्यादा निशाने पर रहने वाले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं लेकिन इस बार वजह विपक्षी दल की घेराबंदी नहीं है बल्कि अपने ही दल के एक विधायक द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप हैं. जोधपुर के शेरगढ़ से आने वाले बीजेपी विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने शेखावत को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शेखावत काम नहीं करते हैं उन्हें बस वादें करने आते हैं.
शेखावत और बाबू सिंह राठौड़ की टसल के बीच बुधवार को जोधपुर सर्किट हाउस से एक और वीडियो सामने आया है जहां शेखावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है. भीड़ मोदी तुमसे बैर नहीं, शेखावत तेरी खैर नहीं नारे पर केंद्रीय मंत्री का विरोध कर रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
हालांकि बाबू सिंह राठौड़ के इस जुबानी हमले के बाद शेखावत का पलटवार भी आया है और उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने काम गिनवाए. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिमी राजस्थान में दो राजपूत चेहरों की इस टकराहट से बीजेपी को अंदरखाने भीतरघात का नुकसान उठाना पड़ सकता है.
शेखावत पर लगे तानाशाही के आरोप
बता दें कि जोधपुर सर्किट हाउस में बुधवार को केंद्रीय मंत्री का जमकर विरोध देखा गया जहां भीड़ ने उन पर तानाशाही करने के भी आरोप लगाए. इसके अलावा मोदी तुमसे बैर नहीं, शेखावत तेरी खैर नहीं नारे के साथ लोगों ने विरोध दर्ज करवाया. मालूम हो कि ये वही नारा है जो 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले राजस्थान में वसुंधरा राजे के खिलाफ उछला था जिसके बाद राजे को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था.
वहीं इससे पहले बीते दिनों शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ खुलकर शेखावत के विरोध में उतर गए थे जहां राठौड़ ने शेखावत पर काम नहीं करने के आरोप लगाए. दरअसल शेखावत जिस इलाके से सांसद हैं वहां से ही अशोक गहलोत सालों से राजनीति करते रहे हैं. वहीं बाबू सिंह राठौड़ को वसुंधरा राजे का भी करीबी माना जाता है ऐसे में माना जा रहा है कि शेखावत की चुनावों से पहले हो रही घेराबंदी किसी सोची समझी रणनीति का हिस्सा भी हो सकती है.
शेखावत के खिलाफ लगे थे पोस्टर
बीते दिनों जोधपुर में गजेंद्र सिंह के खिलाफ शहर में कई जगह पोस्टर और बैनर लगे थे जिसमें लिखा था कि “मोदी जी से प्यार शेखावत से इनकार”. यह पोस्टर जयपुर से जोधपुर आने वाले राजमार्ग पर बने वीर तेजाजी पुल के नीचे लगाए गए थे हालांकि इन पर गजेंद्र सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. देश में लोकसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में इस बीच शेखावत को लेकर बढ़ रहे विरोध की सियासी गलियारों में काफी चर्चा है.