इस्लामाबाद। यूएई के अबू धाबी में विशाल हिंदू मंदिर के उद्घाटन के बाद पाकिस्तान में भी एक राम मंदिर बन रहा है। ये भले ही अबू धाबी जैसा बड़ा नहीं है लेकिन वहां की हिन्दू आबादी के लिए काफी अहमियत रखता है और आस्था का केंद्र है। सिंध प्रांत के इस्लामकोट में करीब 200 साल पुराना राम मंदिर है।
आसपास की हिन्दू आबादी के लोग यहां आकर पूजा अर्चना करते हैं। ये पाकिस्तान का अकेला हिन्दू मंदिर है, जहां बाकायदा पूजा होती है। इस मंदिर की इमारत जर्जर हो चुकी है। अब इसके बराबर में ही मंदिर की नई इमारत बनाई जा रही है। इस इमारत को बाबर और जुल्फिकार नाम के दो मुस्लिम युवक तैयार कर रहे हैं।
कारीगर और मजदर सब मुस्लिम
मंदिर बनाने में लगे कारीगरों के अलावा मजदरू भी मुसलमान ही हैं। इन लोगों ने कहा कि उनको अगले छह महीने में मंदिर की नई इमारत बन जाने की उम्मीद है। इसके बाद जो मूर्तियां पुराने मंदिर में रखी हैं उनको पूरे विधान के साथ नई इमारत में विराजमान कर दिया जाएगा। इस मंदिर में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियों के अलावा भगवान शिव की मूर्ति भी स्थापित है। मंदिर बना रहे बाबर ने बताया कि वह इस्लामकोट में संत नेनुराम आश्रम भी बना चुके हैं।