नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। उन्होंने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की। राष्ट्रीय जनतात्रिंक गठबंधन में वापसी और भाजपा के साथ मिलकर बिहार के मुख्यमंत्री पद की फिर शपथ लेने के बाद यह नीतीश की पीएम मोदी से पहली मुलाकात थी। इससे पहले सितंबर 2023 में पीएम मोदी और नीतीश कुमार मिले थे। उस वक्त बिहार में महागठबंधन की सरकार थी। पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
नड्डा से मिलने नीतीश उनके आवास पर पहुंचे। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से भी बात की। बताया जा रहा है कि उन्होंने बिहार से संबंधित शासन और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हो गई। हम लोग जो पहले भी साथ में थे, बीच में 2 बार इधर-उधर हो गए लेकिन अब हम इधर ही रहेंगे।
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ई सब कौनो बात करने का चीज है
पत्रकारों ने जब सीट शेयरिंग को लेकर सवाल किया तो नीतीश कुमार ने अपने अंदाज में कहा कि ई सब कौनो बात करने का चीज है। ऊ सब तो पहले से ही सभी लोगों को पता है। नीतीश कुमार बयान से ऐसा लग रहा था कि भाजपा आलाकमान की ओर से हरी झंडी मिल गई है। यही कारण है कि नीतीश कु मार आत्म विश्वास से भरे में दिख रहे थे। नीतीश के साथ रहे संजय झा ने कहा कि समय आने पर सब बता दिया जाएगा।
ज्ञात रहे कि नीतीश कुमार 28 जनवरी को विपक्षी गठबंधन इंडिया से नाता तोड़कर राजग में लौट गए थे। बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद पहली बार दिल्ली दौरे पर आएं है। नीतीश कुमार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलेंगे। नीतीश कु मार से पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी।
होना है सीटों का बंटवारा
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में राजग में सीटों का बंटवारा भी होना है। पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीयू और भाजपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। जेडीयू और बीजेपी ने 17-17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा को 17 और जदयू को 16 सीटों पर जीत मिली थी। बिहार के सीएम नीतीश केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर सकते हैं।
चौधरी का इस्तीफा देने से इनकार, टकराव के आसार
पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने बुधवार को नाराजगी जाहिर करते हुये यह स्पष्ट कर दिया कि वह 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। ज्ञात रहे कि इसी दिन विधानसभा में नीतीश कु मार सरकार विश्वास मत हासिल करेगी। प्रदेश की नवगठित राजग सरकार ने चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। हालांकि, विधानसभा उपाध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री की पार्टी जदयू के नेता महेश्वर हजारी ने कहा कि चौधरी को अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर सदन की कार्यवाही संचालित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कहा, मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं। मैं 12 फरवरी को विधानसभा में रहूंगा और नियमों के मुताबिक सदन की कार्यवाही चलाऊंगा। महागठबंधन से प्रदेश में सत्ता छीनने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लंबित होने पर कोई भी अध्यक्ष कुर्सी पर नहीं रह सकता।