जैसलमेर। आगामी दिनों में भारतीय वायु सेना की ताकत धोरों में देखने को मिलेगी। जैसलमेर में स्थित एशिया की सबसे बड़ी सेना की फील्ड फायरिंग रेंज में वायुसेना अपना सबसे बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। 17 फरवरी को आयोजित होने वाले इस ढाई घंटे के युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना अपनी हवाई ताकत से देश-दुनिया को रूबरू कराएगी। इस दौरान कई तरह की मिसाइलों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 साल में एक बार आयोजित होने वाले इस युद्धाभ्यास में 100 से ज्यादा हवाई जहाजों के साथ ही मिसाइलों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
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वाइस चीफ एयर मार्शल ने बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस से माइका और आर-73 मिसाइलों की फायरिंग की जाएगी और उनकी मारक क्षमता की जांच की जाएगी। युद्धाभ्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना के तेजस, सुखोई, मिराज, जगुआर जैसे फाइटर जेट भाग शामिल होंगे। इसके साथ ही राफेल, प्रचंड, ध्रुव और रुद्र हमलावर हेलिकॉप्टर की ताकत भी देखने को मिलेगी।
इन हथियारों और हवाई जहाजों का होगा प्रदर्शन
वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने बताया कि हर तीन साल में आयोजित होने वाले इस युद्धाभ्यास में 77 फाइटर जेट, 41 हेलिकॉप्टर, 5 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, तीन तरह के सरफे स-टू-एयर मिसाइलें, 12 यूएवी, हवा से जमीन पर मार करने वाली प्रेसिशन और नॉन प्रेशिसन मिसाइलें, हवा से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइलें और सतह से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइलों का भी प्रदर्शन होगा।
आर-73 मिसाइल से गिराया था पाकिस्तान का फाइटर जेट
युद्धाभ्यास के दौरान प्रदर्शित की जाने वाली दो महत्वपूर्ण मिसाइलों में एक आर-73 भी है, जिसे वायुसेना के अधिकारी अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराने में उपयोग में लिया था। वीर चक्र से सम्मानित अभिनंदन पाकिस्तानी वायुसेना के विमान से उलझने के बाद लापता हो गए थे। उन्हें हाई शॉट एं गेजमेंट में एक पीएएफ F-16 को नीचे गिराने वाले किल शॉट का श्रेय दिया जाता है। अभिनंदन को पाकिस्तान की ओर से 1 मार्च, 2019 को वाघा सीमा बॉर्डर पर छोड़ दिया गया था।
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