बांसवाड़ा। राजस्थान में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। बदमाश अब पुलिस पर भी हमला करने लगे है। हाल ही में बांसवाड़ा के पुजारी हत्याकांड के तीन आरोपियों ने भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग करने का प्रयास किया। बदमाशों ने टॉयलेट के बहाने गाड़ी को रुकवाया। नीचे उतरते ही पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की। एक बदमाश ने पुलिस अधिकारी की सर्विस रिवॉल्वर छीनकर गन पॉइंट पर ले लिया। बदमाश की हरकते देख डीएसपी ने उसके पैर में गोली मार दी। इससे आरोपी गंभीर घायल हो गया। बाद में पुलिस ने भागने का प्रयास कर रहे तीनों आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने बताया कि 22 दिसंबर को बांसवाड़ा के जानामेड़ी गांव में भैरव मंदिर के पुजारी रणछोड (45) की तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात में 3 आरोपी आकाश खांट, टिंबा गामड़ी निवासी शैलेश गर्ग और भागाकोट निवासी नरेश सिंह शामिल थे। 16 दिन से पुलिस आरोपियों की तलाश में थी, इसी बीच पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी अहमदाबाद में छिपे हैं।
पुलिस ने बदमाशों को अहमदाबाद से किया डिटेन…
शनिवार सुबह एएसआई विवेकभान के साथ टीम अहमदाबाद पहुंची। विवेकभान ने अफसरों को जानकारी दी कि तीनों आरोपियों को अलग-अलग जगह से डिटेन कर लिया गया है। आरोपियों ने जुर्म भी कबूल कर लिया है।
टॉयलेट जाने के लिए रुकवाई कार
पुलिस टीम तीनों आरोपियों को लेकर अहमदाबाद से लेकर बांसवाड़ा लाया जा रहा था। शनिवार देर शाम 7:30 बजे भचड़िया मोड पर मुख्य आरोपी आकाश ने टॉयलेट का बहाना बनाकर गाड़ी रुकवाई। इस बीच दो अन्य आरोपी भी टॉयलेट के लिए नीचे उतरे। इस दौरान तीनों आरोपी पुलिस के साथ धक्का मुक्की करने लगे।
मुख्य आरोपी आकाश ने थानाधिकारी दिलीप सिंह की रिवॉलवर छीनकर उन पर तान दी। उनके मंसूबों को देख कर साथ में चल रहे डीएसपी सूर्यवीर सिंह ने तत्काल आरोपियों को सरेंडर करने की चेतावनी दी, लेकिन आरोपी पुलिस पर फायरिंग करने के मूड में थे। इस पर डीएसपी ने पिस्टल से आकाश के पैर पर गोली मार दी। जिससे वह घायल होकर गिर गया। इस दौरान दो अन्य आरोपी शैलेश गर्ग और नरेश सिंह भागने लगे। लेकिन दोनों खेतों में गिरकर घायल हो गए। बाद में पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। जिन्हें बांसवाड़ा के एमजी अस्पताल लाया गया। घायल आकाश को उदयपुर रेफर किया गया है।
22 दिसंबर को की थी पुजारी की हत्या…
गौरतलब है कि 22 दिसंबर की रात पुजारी रणछोड की मंदिर से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या की गई थी। रणछोड़ भगत 20 साल से अपने घर से 100 मीटर दूर तिराहे पर बने काल भैरव मंदिर में पुजारी थे। वारदात की रात पुजारी मंदिर का पट बंद करने गए थे। ताला लगाकर जैसे ही मुड़े 2 बदमाशों ने गोली मार दी थी। वारदात के बाद पहले से तैयार बाइक सवार तीसरे साथी के साथ वे फरार हो गए थे।