प्रदेश में बीते कई दिनों से हाइप्रोफाइल शख्सियत की फोटो लगाकर फर्जी वॉट्सएप अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने के मामलों में बढ़ोतरी है। अब चर्चित IAS टीना डाबी( Tina Dabi ) के नाम और फोटो का गलत तरीके से उपयोग करने का मामला सामने आय़ा है। ठगों के गिरोह ने टीना डाबी की फोटो और नाम से एक फर्जी वॉट्स एप एकाउंट बनाया, उसके बाद उसी नंबर से एक सरकारी आधिकारी से मोटी रकम की मांग की। आरोपियों ने सरकारी अधिकारी से अमेजन गिफ्ट कार्ड मांगा। इस पर जब अधिकारी ने उन्हें ये बताने के लिए फोन किया कि वे अमेजन एप ( Amazon ) का इस्तेमाल नहीं करती, तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ।
जैसलमेर कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई मैसेज उन्हें नहीं किया, जिसके बाद अधिकारी ने टीना डाबी को वो वॉट्स एप नंबर भेजा। डाबी ने इस मामले की शिकायत जैसलमेर पुलिस से की औऱ अपने नाम से बना वो फर्जी वॉट्स एप नंबर भी दिया। जिसके बाद तुरंत एक्शन लेते हुए पुलिस ने आरोपी का नंबर सर्विलांस पर लगाकर आऱोपी को दबोच लिया। पुलिस आरोपी से उसके पूरे गिरोह के बारे में पूछताछ कर रही है। ताकि इस पूरे प्रदेश में फैल चुके इस ठगी नेटवर्क का भांडाफोड़ हो सके।
मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक का आ चुका है नाम
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि इतनी बड़ी शख्सियत के नाम और फोटो के दम पर इस तरह की ठगी हो। इससे पहले भी कई मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक के नाम पर इस तरह की ठगी के मामले सामने आए हैं। अभी कुछ महीने पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम और फोटो के साथ एक फर्जी वॉट्स एप अकाउंट बनाया कर 3 लाख रुपए की मांग की गई थी। जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला था कि ये रैकेट सिर् प्रदेश में ही नहीं, देश के कई राज्यों से संचालित किया जा रहा है। किसी भी अनजान व्यक्ति से OTP के जरिए ठगी की जा रही है। क्यों कि जिस व्यक्ति का नंबर होता है उसे पता नहीं चल पाता कि उसके नाम और नंबर का गलत इस्तेमाल हो रहा है।
मुख्यमंत्री के अलावा शांति धारीवाल, शकुंतला रावत, DGP एमएल लाठर, सालेह मोहम्मद, विधायक राजकुमार शर्मा समेत कई मंत्रियों और अधिकारियों के नाम पर इस तरह की ठगी की गई है। अब IAS टीना डाबी के नाम पर भी ये खेल हो गया जिसके बाद अब पुलिस बेहद सतर्क होकर इस गिरोह के भांडाफोड़ करने में लगी हुई है।