Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की 199 सीटों के नतीजे रविवार सामने आ गए हैं। राज्य में बीजेपी के पास बहुमत है। बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस ने 69 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा 8 निर्दलीय, तीन बीएपी (भारतीय आदिवासी पार्टी), दो बीएसपी और एक-एक सीट पर आरएलडी, आरएलटीपी का कब्जा हुआ है। कांग्रेस के 8 मंत्री ही चुनाव जीत सके है। पढ़िए…
हिंडोली – अशोक चांदना
राजस्थान की हिंडौली विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी मंत्री अशोक चांदना ने जीत हासिल की है। उनका मुकाबला बीजेपी के प्रभुलाल सैनी से था।
झूंझूनूं – बृजेन्द्र ओला
बृजेंद्र सिंह ओला ने लगातार तीसरी बार सीकर सीट जीतकर जीत की हैट्रिक लगाई है. ओला ने 2013 में 18 हजार और 2018 में 40 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। दोनों चुनावों में बीजेपी दूसरे नंबर पर रही।
दौसा – मुरारी लाल मीणा
दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीना ने अपनी जीत बरकरार रखी है। इस बार भी कांग्रेस और बीजेपी के उन्हीं उम्मीदवारों के बीच सियासी जंग होनी थी जो 2018 के चुनाव में एक-दूसरे के सामने थे। हालांकि, एक बार फिर कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा ने बीजेपी से चुनाव लड़े शंकर लाल शर्मा को हरा दिया।
भरतपुर – सुभाष गर्ग
भरतपुर विधानसभा सीट से आरएलडी (कांग्रेस) प्रत्याशी सुभाष गर्ग ने जीत हासिल की है। उन्होंने बीजेपी के विजय बंसल को भारी अंतर से हराया है। आपको बता दें कि 2018 में इस सीट पर आरएलडी के डॉ. सुभाष गर्ग ने बीजेपी के विजय बंसल को 15,710 वोटों से हराया था। जबकि 2013 में यहां से बीजेपी प्रत्याशी विजय बंसल ने जीत हासिल की थी।
कोटा उत्तर – शांति धारीवाल
कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री शांति धारीवाल को एक बार फिर कोटा उत्तर से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया था। बीजेपी ने वसुंधरा राजे के करीबी प्रह्लाद गुंजल को टिकट दिया था। शांति धारीवाल ने प्रह्लाद गुंजल को 2 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है।
बागीदौरा – महेंद्रजीत सिंह मालवीय
बांसवाड़ा की बागीदौरा विधानसभा सीट से महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने जीत की हैट्रिक लगाई है। उन्होंने 1 लाख 1 हजार 742 वोट हासिल किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 41355 वोटों से हराया। सबसे खास बात ये रही कि बीजेपी यहां तीसरे नंबर पर रही।
बांसवाड़ा – अर्जुनलाल बामनिया
बांसवाड़ा विधानसभा सीट राजनीति में काफी अहम है। जिले की सभी सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। कांग्रेस ने यहां से फिर मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया को मैदान में उतारा था। वहीं, उनके सामने बीजेपी ने पूर्व मंत्री धन सिंह रावत को टिकट दिया है। इस सीट पर दोनों के बीच चौथी बार मुकाबला हुआ। जिसमें जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने जीत दर्ज की है।
अलवर ग्रामीण – टीकाराम जूली
राजस्थान के अलवर जिले की ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी टीकाराम जूली जीत गए हैं। इससे पहले 2018 में हुए चुनाव में भी कांग्रेस ने यहां भारी अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार कांग्रेस ने अपनी जीत दोहराई है।