Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान की जनता विधानसभा चुनावों में वोट देने के लिए अब तैयार है जहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों का चुनावी अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है, दोनों ही दलों ने अपने सभी बड़े और छोटे चेहरों को चुनावी चौसर में उतार दिया है. इस बीच दिवाली पर राजधानी जयपुर से एक फोटो वायरल हुई जहां सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक ही पोस्टर में दिखाई दिए.
जानकारी के मुताबिक प्रचार कंपनी डिजाइन बॉक्स्ड ने गहलोत और सचिन पायलट के शहर भर में कई जगह पोस्टर्स लगाए जिसमें दोनों नेता एक साथ नजर आ रहे हैं. गहलोत-पायलट के पोस्टर्स में एक साथ आते ही सोशल मीडिया पर लगातार चर्चा हो रही है. हालांकि दोनों के एक साथ चुनावी प्रचार संभालने की कमी अभी भी खल रही है.
दरअसल कांग्रेस की 7 गारंटी के पोस्टरों में सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत एकसाथ दिखाई दे रहे हैं. वहीं चुनाव से ठीक पहले पोस्टरों में पायलट की वापसी के अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस आलाकमान की ओर से इसे एकजुटता के संदेश के तौर पर बताया जा रहा है. जानकारों का मानना है कि पायलट का सूबे की 40 सीटों पर सीधा असर है और राज्य के करीब 9 फीसदी गुर्जर वोट भी कांग्रेस किसी भी सूरत में खोना नहीं चाहती है.
कर्नाटक फॉर्मूले से बनेगी बात!
दरअसल, कांग्रेस को बीते दिनों कर्नाटक चुनावों में जीत मिली थी जहां डिजाइन बॉक्स की प्रचार रणनीति और नरेश अरोड़ा की सूझबूझ से वहां के दो ध्रुवों को एक किया गया था. कर्नाटक में डीके शिवकुमार और सिद्धरमैया को एक मंच पर लाकर चुनावों से पहले एकजुटता का संदेश दिया गया जिसका वोटिंग में साफतौर पर असर देखा गया.
वहीं अब माना जा रहा है कि कांग्रेस राजस्थान में भी कुछ इसी तरह का एक्सपेरिंमेट करने जा रही है जहां चुनावी बिसात बिछने के बाद एकजुटता का संदेश देना जरूरी थी. इसके अलावा जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट को साइडलाइन किए जाने से पार्टी को डैमेज हो सकता है.
यूनिटी पर वेणुगोपाल का बयान
वहीं पायलट गहलोत को लेकर संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हाल में कहा कि राजस्थान में सब ठीक है और मीडिया के जरिए यहां को लेकर एक अलग परसेप्शन बनाया गया लेकिन यहां बहुत यूनिटी है और हम एकजुट होकर चुनाव लड़ने जा रह हैं. वहीं वेणुगोपाल ने कहा कि हम राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे.