Road Accident In Rajasthan : राजस्थान के प्रतापगढ़ में शनिवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। सांवलिया के दर्शनों के लिए जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से जा घुसी। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं लोग 18 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग और राहगीर मदद के लिए दौड़े और पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। वहीं मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया।
गांव से निकलते ही ट्रक में घुसी बस…
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा प्रतापगढ़-बांसवाड़ा नेशनल हाईवे 56 पर शनिवार सुबह 4:30 बजे हुआ। लांबाडाबरा के सरपंच जीवनलाल ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 4 बजे वो अपने गांव से 41 लोगों को लेकर शनि अमावस्या के अवसर पर सांवरिया जी और शनि महाराज के दर्शन करने के लिए रवाना हुए थे। इसी बीच गांव से कुछ किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे 56 पर ओवरटेक के चक्कर में बस खराब पड़े ट्रेलर से टकरा गई। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल सभी जख्मियों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
इन घायलों ने तोड़ा दम…
पुलिस के मुताबिक, ट्रक और बस की भिड़ंत में तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई। वहीं, एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में सुहागपुरा क्षेत्र के गोपाल (62) पुत्र रत्न मीणा, नाथूलाल (60) पुत्र नारिया मीणा निवासी लंबा डबरा, रूपलाल (45) पुत्र मॉर्निंग मीणा, हीरालाल (50) पुत्र वाजिया मीणा है। सभी निवासियां लांबा डाबरा सभी सुहागपुरा थाना क्षेत्र के हैं।
ये लोग हुए घायल…
वहीं, नारायण पुत्र हूरजी मीणा, दल्ला पुत्र आशिया मीणा, अशोक पुत्र मोहन मीणा, धर्मेंद्र पुत्र हुर्ता मीणा, कालू पुत्र रावजी मीणा, सूरजमल पुत्र गणेश मीणा, हूरता पुत्र धावरा मीणा, रूपा पुत्र हकरा मीणा, हेमराज पुत्र नंद मीणा, तोलकी बाई पत्नी हेमराज मीणा, चोरबन पुत्र हुर्जी मीणा, प्रभु लाल पुत्र कमल मीणा,मोहन पुत्र ललिया मीणा सभी निवासी लांबा डाबरा के रहने वाले हैं। सभी घायलों का प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां सभी उपचार चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव और एसपी अमित कुमार जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने चिकित्सकों से बात कर घायलों का हाल जाना।