Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान में 25 नवबंर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई है। जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों पर इस बार 4589 पोलिंग बूथ बनाए गए है और 35 हजार से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन, चुनाव से पहले ही हालात कुछ ऐसे बने हुए है कि कई अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी से बचने के लिए अजीबो-गरीब बहाने बना रहे है। इतना ही नहीं, मंत्री-नेताओं और आईएएस अधिकारियों की सिफारिश कर रहे है, ताकि चुनावी ड्यूटी से उनका नाम कट जाएं।
चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए एक हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। जिनमें में से 400 से ज्यादा कर्मचारियों ने बीमारी का बहाना बनाया है। लेकिन, मेडिकल बोर्ड ने मात्र 40 कर्मचारियों को गंभीर बीमार माना है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर ऐसी क्या वजह है, जो ये लोग चुनाव में ड्यूटी करने से कतरा रहे है। लेकिन, वास्तविकता देखे तो बीमारी का बहाना बनाने वाले ये कर्मचारी अभी रोजारा दफ्तर आ रहे है और 9 घंटे तक अपनी सीट पर बैठकर काम भी कर रहे है।
चुनावी ड्यूटी नहीं करने के लिए बना रहे ये बहाने
जानकारी के मुताबिक चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए करीब एक हजार कर्मचारियों और अधिकारियों ने आवेदन किया है। जिसमें अजब-गजब बहाने बनाए जा रहे है। किसी ने लिखा कि लगातार ड्यूटी करने से सिर में दर्द होता है तो कोई लगातार सीट पर बैठे रहने से कमर और गैस बनने की परेशानी का जिक्र कर रहा है। वहीं, किसी ने रिश्तेदारी में किसी का निधन होने, पत्नी के प्रेग्नेंट होने, सास-ससुर और माता-पिता की बीमारी को लेकर ड्यूटी से नाम कटवाने का आग्रह किया है।
किसी ने चुनाव लड़ने तो किसी ने शादी में जाने के लिए मांगी छुट्टी
चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए मिले आवेदन में यूनिवर्सिटी के दो टीचरों ने चुनाव लड़ने का बहाना बनाते हुए चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की है। वहीं, कई कर्मचारियों ने तो देवउठनी एकादशी के मौके पर रिश्तेदारी में होने वाली शादियों का बहाना बनाकर कहा है कि उनका चुनावी ड्यूटी से नाम काटा जाएं।
मंत्री-नेता भी कर रहे इनकी सिफारिश
मंत्री-नेता और ब्यरोक्रेट्स भी अपने खास कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी निरस्त करने की सिफारिशें कर रहे हैं। जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी को अब तक बड़ी संख्या में कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री, विधायक और आईएएस अधिकारियों के लेटर हैड पर चुनावी ड्यूटी निरस्त करने की सिफारिशें मिली है। स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने 5, जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने 5, उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव ने 4, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने 3, मंत्री शकुंतला रावत ने 4, मंत्री टीकाराम जूली ने 5, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने 6, सुखराम विश्नोई ने 3, अर्जुन राम बामनिया ने 4, विश्वेंद्र सिंह ने 4 और शाले मोहम्मद ने एक कर्मचारी की चुनावी ड्यूटी निरस्त करने की मांग की है।
बिना सही कारण के नहीं मिलेगी छुट्टी
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों का चुनावी प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। ऐसे में अब तक 1000 आवेदन हमें मिले, जो चुनाव में ड्यूटी नहीं करना चाहते है। इन आवेदनों की स्क्रूटनी के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। साथ ही मेडिकल बोर्ड भी बनाया गया है। जो इन कर्मचारियों की जांच करेगा कि ये बहाने बना रहे है या वास्तव में कोई परेशानी है। इस काम की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी और तहसीलदार जयपुर को दी गई है।
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