भरतपुर। मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद डीग पुलिस और कामां विधायक जाहिदा खान (Zahida Khan) वाहवाही लूटने में जुटी है। जबकि मोनू मानेसर को हरियाणा की नूंह पुलिस ने गिरफ्तार किया और वहां से डीग पुलिस मोनू को ट्रांजिट रिमांड कर लेकर आई है। इसके लेकर बुधवार को बवाल मच गया। मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद जब जाहिदा खान नासिर जुनैद के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंची तो उनको ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।
ग्रामीणों ने मंत्री जाहिदा को काले झंडे दिखाए। पुलिस ने जब लोगों को रोकने का प्रयास किया तो ग्रामीणों की पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद देखते ही देखते माहौल गरमा गया। अफरा-तफरी के बीच ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस दौरान पुलिस ने गांव के सरपंच को हिरासत में लिया है। दरअसल, मंगलवार को नूंह पुलिस ने मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस से अपनी कस्टडी में लिया था। हरियाणा पुलिस ने नूंह दंगे के मामले में मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया था। वहां से डीग पुलिस मोनू मानेसर को पूछताछ के लिए अपनी कस्टडी में ले आई।
16 फरवरी को नासिर और जुनैद के हरियाणा के भिवाड़ी में एक बोलेरो में शव जले हुए मिले थे। इसके बाद से पुलिस सिर्फ 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर सकी थी। भरतपुर पुलिस मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के लिए काफी प्रयास कर रही थी। अब जब हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद डीग पुलिस हरियाणा पुलिस से मोनू मानेसर की कस्टडी में लिया है।
काफिला देखते ही भड़के लोग
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को जब मंत्री जाहिदा खान नासिर और जुनैद के परिजनों से मिलने के लिए उनके घटमीका गांव पहुंची तो ग्रामीण मंत्री जाहिदा खान का काफिला देखते ही भड़क गए और उन्हेंकाले झंडे दिखाने लगे।
हालांकि इस दौरान पुलिस ने लोगों को काफी रोकने की कोशिश की, लेकिन लोगों में राज्य मंत्री जाहिदा खान के खिलाफ इतना गुस्सा था कि लोग पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान पुलिस ने अताउल्ला खान नाम के एक सरपंच को हिरासत में लिया है। जब पुलिस अताउल्ला खान को हिरासत में लेकर जा रही थी, तब लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
सभा होने से पहले विरोध
मंत्री जाहिदा खान को घाटमीका गांव में एक सभा को भी संबोधित करना था, लेकिन उनके खिलाफ लोगों में इतना गुस्सा था कि घटमीका संघर्ष समिति के लोगों ने विधायक जाहिदा खान को घटमीका गांव में घुसने से रोकने के लिए उनके टेंट को उखाड़ दिया। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि कार्यक्रम बिना किसी परमिशन के और खेत मालिक से बिना इजाजत के आयोजित करने की कोशिश की जा रही थी।
विधायक जाहिदा खान अपना चुनावी कार्यक्रम और मोनू मानेसर की गिरफ्तारी का जश्न मनाने के लिए यहां आने वाली थी। लोगो का मानना है कि विधायक जाहिदा खान यहां नहीं आ सकती। हमारे नौजवान जो मारे गए थे उनका हमें भारी दुख है और उन्हें अभी सही मायने में न्याय नहीं मिला है।
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