Patra Chawl Scam : शिवसेना सांसद संजय राउत अब ED के शिकंजे में फंस चुके हैं। पात्रा चॉल मामले में आज उनकी PMLA कोर्ट में पेशी है। बीते रविवार की रात उन्हें ED ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले रविवार की सुबह उनके घर पर ED का छापा पड़ा था। जिसके बाद कल शाम हिरासत में लिए गए थे। देर रात पूछताछ के बाद उन्हें गिरप्तार कर लिया गया था। वहीं खबर आ रही है कि उनका मेडिकल परीक्षण JJ अस्पताल में होगा। दूसरी तरफ संजय राउत की गिराफ्तारी को लेकर 4 शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहा हैं।
घर से मिला था 11.50 लाख रुपए का कैश
कल जब ED ने संजय राउत के घर पर छापा मारा था तो तलाशी के दौरान उनके घर से साढ़े 11 लाख रुपए कैश मिला था। जो ED ने जब्त कर लिए थे। इसे लेकर संजय राउत के भाई सुनील राउत ने बताया कि ED को जो पैसा मिला है वो शिवसैनिकों के अयोध्या दौरे का है। उस पैसे पर एकनाथ शिंदे अयोध्या यात्रा भी लिखा है। उन्होंने कहा कि ED मेरे भाई संजय राउत से डरती है। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
महाराष्ट्र के 4 शहरों में प्रदर्शन
संजय राउत की गिरफ्तारी के विरोध में महाराष्ट्र के 4 शहरों पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, नागपुर और जलगांव में शिवसेना के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। इनमें से कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। बता दें कि राउत के खिलाफ एक कथित ऑडियो में FIR भी दर्ज हुई है। जो कि पात्रा चॉल मामले में ही गवाह स्वप्ना पाटेकर ने कराई है। इस ऑडियो में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग भी हुआ है।
क्या है पात्रा चॉल घोटाले का मामला
जिस मामले को लेकर हर तरफ इतनी हायतौबा मची हुई है दरअसल वो मामला पात्रा चॉल जमीन घोटाले का है। जिसमें 1,034 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानि ED कार्रवाई कर रहा है। इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई थी जब MHADA यानी महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से निर्माण के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। पात्रा चॉल यानि बिल्डिंग निर्माण का यह ठेका गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस नाम की कंपनी ने लिया था। इसके तहत 47 एकड़ की जमीन पर 672 किराएदारों के फ्लैट बनाने थे। इसके साथ ही 3 हजार फ्लैट बनाकर MHADA को भी देने थे। लेकिन गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस ने कोई बिल्डिंग नहीं बनाई। इस कंपनी पर पात्राचॉल की जमीन को 8 बिल्डरों को बेचने का आरोप लगा है।
गुरु आशीष HDIL ( हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की सहयोगी कंपनी है। इस कंपनी के निदेशकों में से एक प्रवीण राउत की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि प्रवीण राउत का नाम पहले पीएमसी बैंक (पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक) घोटाले में भी सामने आया था। आरोप है कि राउत की पत्नी ने माधुरी ने 2010 में संजय राउत की पत्नी वर्षा के नाम पर 55 लाख रुपए का कर्ज ब्याज मुक्त दिया था। इन पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा गया. आरोप लगे हैं कि इन्हीं पैसों में अलीबाग में भी फ्लैट लिए गए। इसमें MHADA की अनुमति के बगैर ही 458 घरों की बुकिंग की बात की गई, जिसके जरिए उन्होंने 138 रुपए इकट्ठे किए। इसी मामले ED यह कार्रवाई कर रहा है।
ED जब्त कर चुका है राउत की संपत्ति
इस मामले में ED ने अभी तक 11 करोड़ 15 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की है। और 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति संजय राउत की पत्नी वर्षा की है। प्रवर्तन निदेशालय ने संजय के दादरी और अलीबाग में स्थित फ्लैट्स को कुर्क कर लिया है। इस मामले में ED ने वर्षा से पूछताछ भी की है। इसी मामले में आगे की पूछताछ के लिए ED ने संजय राउत को समन भेजा है और कल पेश होने को कहा है। लेकिन राउत कल पेश होने से मना कर रहे हैं और समय मांगने की बात कह रहे हैं। उन्होंने ED के समन पर तीखी प्रतिक्रिया की थी और इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया था।