सीकर। राजस्थान के सीकर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मां ने जिस शख्स पर विश्वास किया उसी शख्स ने उसकी नाबालिग बेटी को दरिंदे के हाथों में सौंप दिया। सीकर कोतवाली थाना पुलिस ने नाबालिग को बेचने और उससे अश्लील हरकतें करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को 29 अगस्त तक रिमांड पर लिया है।
सीकर कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि 23 अगस्त को सूचना मिली की सीकर के रेलवे स्टेशन पर एक 12 साल की बच्ची और 24-25 साल का युवक ट्रेन के इंतजार में बैठे हैं। बच्ची मदद के लिए स्टेशन पर लोगों से गुहार लगा रही थी। वहां मौजूद लोगों को मामला संदिग्ध लगा तो उन्होंने इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी।
कोतवाली थाना पुलिस महिला पुलिसकर्मी के साथ स्टेशन पहुंची। पुलिस ने नाबालिग के बयान लिए। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसकी मां और नानी ने करीब डेढ़ महीने पहले उसे चंदवाजी क्षेत्र के ओमप्रकाश और रोहिताश को संभला दिया।
इसके बाद दोनों आरोपियों ने नाबालिग को सीकर के उद्योग नगर इलाके के रहने वाले नेमीचंद को 2.27 लाख रुपए में बेच दिया। ऐसे में पुलिस ने सबसे पहले स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज के आधार पर नाबालिग को खरीदने वाले आरोपी नेमीचंद (25) निवासी बाजौर की पहचान करके उसे गिरफ्तार किया।
इसके बाद नेमीचंद की निशानदेही पर नाबालिग को बेचने वाले दोनों आरोपी ओमप्रकाश जांगिड़ और रोहिताश गुर्जर को हरवाड़ा में चल रहे मेले में दबिश देकर गिरफ्तार किया। फिलहाल, तीनों आरोपी 29 अगस्त तक रिमांड पर हैं। जिनसे पूछताछ जारी है। आरोपी की गिरफ्तारी में हेड कांस्टेबल दुर्गाराम, कांस्टेबल दिनेश, अनुराग और सज्जन की अहम भूमिका रही।