कोटपूतली। राजस्थान के कोटपूतली जिले में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। कोटपूतली के पावटा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में बुधवार को स्कूल में टीचरों के जातिसूचक शब्दों के साथ टिप्पणी करने पर एक दलित छात्र ने सुसाइड कर लिया। पुलिस को आत्महत्या का संदेह है, लेकिन परिवार ने हत्या का दावा किया है। वहीं मामला सामने आने के बाद शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है और आईपीसी और एससी/एसटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छात्र ने पंखे पर फंदा लगाकर की आत्महत्या…
इस मामले में पीड़ित के परिवार ने प्रागपुरा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई है। पीड़ित परिवार ने शिकायत में बताया कि विवेक यादव और राजकुमार यादव नाम के दो शिक्षकों पर उनके बेटे सचिन (15) की जानबूझकर हत्या करने और बाद में शव को कक्षा में पंखे से लटकाने का आरोप लगाया है।
पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह स्कूल के सफाई कर्मचारियों ने छात्र सचिन को उसकी ही कक्षा में मृत पाया था। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के लिए एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। मृतक छात्र के शव को मोर्चरी में रखवाया गया।
स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था छात्र…
प्रागपुरा पुलिस ने बताया कि पावटा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 10 वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र सचिन ने क्लास में 22 अगस्त की रात को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। 23 अगस्त को सुबह सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मौका मुआयना किया। सूचना पर पहुंची FSL टीम ने मौके से नमूने एकत्रित किए है।
मृतक छात्र के परिजन ने स्कूल के शिक्षको पर सचिन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार मृतक छात्र सचिन दसवीं कक्षा का विद्यार्थी था। वह विद्यालय के हॉस्टल में रहकर ही पढ़ाई करता था। मृतक छात्र सचिन मनोहरपुर क्षेत्र के गांव हनुतपुरा का रहने वाला था।
पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया, यह आत्महत्या का मामला है, लेकिन यह भी कहा कि दोनों आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ हत्या की धारा इसलिए लगाई गई क्योंकि परिवार का कहना था कि लड़के की हत्या की गई थी और अपराध को आत्महत्या जैसा दिखाया गया था।
परिजनों का आरोप- बेटे को जातिसूचक टिप्पणी कर प्रताड़ित किया…
परिवारवालों ने आरोप लगाते हुए शिकायत की है कि पीड़ित छात्र ने मंगलवार रात अपने पिता से बात करते हुए टीचर राजकुमार और विवेक पर उसके क्लासमेट के सामने जातिसूचक टिप्पणी करके लगातार प्रताड़ित किए जाने का जिक्र किया। परिवारवालों ने बताया कि इस टिप्पणी की वजह से वह अपमानित महसूस कर रहा था।
दो छात्रों ने बताया-घटना से पहले क्या हुआ…
वहीं स्कूल में पढ़ रहे पीड़ित के सहपाठियों में से एक छात्र ने भी नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उसने दो शिक्षकों को पीड़ित को मृत पाए जाने से एक दिन पहले स्कूल के मैदान में मौखिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते देखा था। वह कक्षा में जातिवादी टिप्पणियों से उसे परेशान करने के लिए उनसे माफी मांगने के लिए कहने गया था। लेकिन, राजकुमार और विवेक ने उसके प्रति वहीं टिप्पणी तीन बार दोहराई और दावा किया कि कोई भी उन्हें कुछ भी बताने की हिम्मत नहीं करेगा क्योंकि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि समृद्ध है।
वहीं दूसरे छात्र ने भी नाम न छापने की शर्त पर कहा कि टीचर राजकुमार यादव ने पीड़ित को थप्पड़ मारा और उसके बाल खींचे। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने 22 अगस्त को रात का खाना छोड़ दिया और छात्रावास छोड़ दिया।
करीब 50 घंटे बाद धरना समाप्त हुआ…
न्याय की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीण अस्पताल परिसर में धरना देकर बैठे। ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षकों को गिरफ्तार करने व पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। आक्रोशित धरनार्थी गुरुवार दोपहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पावटा से पैदल मार्च करते हुए प्रागपुरा थाना परिसर पहुंचे। जहां आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजे की मांग को लेकर प्रागपुर थाना परिसर धरने पर बैठे रहे। करीब 50 घंटो से चल रहा धरना सहमति बनने के बाद समाप्त हो गया है।
प्रशासन और परिजनों के बीच इन मांगों को लेकर बनी सहमति…
प्रशासन और परिजनों के बीच पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 8 लाख रुपए की राशि दिलाने, मृतक के पिता को नवोदय स्कूल में संविदा पर नौकरी देने, शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने, 1 लाख की राशि नवोदय स्कूल प्रशासन की ओर से देने व आरोपित शिक्षकों को डिटेन कर पूछताछ करने के लिखित आश्वासन पर सहमति बनीं। शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया अंतिम संस्कार कर दिया है।
(इनपुट-महेश जागिंड)