भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में गोवंश तस्करी का मामला सामने आया है। जहाजपुर थाना क्षेत्र के बाकरा गांव में गोवंश से भरी एक पिकअप मिली। पिकअप का एक्सल टूट गया था। जिसके चलते तस्कर उसे मौके पर छोड़कर फरार हो गए। ग्रामीणों ने गोवंश से भरी पिकअप देखी तो पुलिस को सूचना दी। गोवंश तस्करी की सूचना मिलने पर काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। एक गाय की गर्दन टूटने से मौत हो गई वहीं चार गाय अचेत थी।
गर्दन टूटने से एक की मौत…
हैड कांस्टेबल विजय सिंह ने बताया कि भीलवाड़ा के शक्करगढ़ थाना क्षेत्र के बाकरा गांव के निकट एक पिकअप में गोवंश तस्करी की सूचना मिली थी। तस्करों ने पिकअप का एक्सल टूट जाने से सड़क के पास ही गोवंशों को गिरा दिया था। लेकिन, गोवंशों के पैर बंधे होने से एक की गर्दन टूट गई और मौके पर ही मौत हो गई। बाकी 4 गोवंश अचेत अवस्था में ग्रामीणों को मिले। ग्रामीणों ने सभी के पैरों की रस्सियां खोलकर मुक्त किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पिकअप को जब्त कर उसके मालिक की तलाश शुरू कर दी। वहीं मृत गोवंश का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने गोवंश तस्करी की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
गाड़ी में गोवंशों के पैरों को बांधकर ठूंस रखा था…
ग्रामीणों ने बताया की पांचों गोवंशों को रस्सियों से जकड़कर चारों पैरों को बांध रखा था। जिससे गोवंश घायल हो गए। गाड़ी में कपूर की गोलियां भी मिली। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि गाड़ी में बिठाने के बाद उनको बेहोश किया गया था।
हमेशा रात को निकलती है गाड़ियां…
ग्रामीणों ने बताया की इस पिकअप के साथ एक और पिकअप थी, लेकिन आस पास के खेतो में जागने से दूसरी पिकअप में ये लोग बैठकर भाग गए। आए दिन ऐसे साधन रात 12 से 4 बजे के बीच निकलते रहते है।
गाड़ी में मिली टोल पर्ची…
पुलिस ने जब पिकअप की तलाशी ली तो उसमे एक टोल पर्ची मिली। जो शुक्रवार रात की ही है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि तस्कर अजमेर जिले के केकड़ी की तरफ से आए थे और एमपी इन गोवंश को ले जा रहे थे। पुलिस से बचने के लिए तस्कर ग्रामीण क्षेत्र के छोटे रास्तों से निकलते है, जिससे आसानी से पुलिस की नजर से बच जाते है।
(इनपुट-जयेश पारीक)