कोटा। अनंतपुरा थाने में एक युवक के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार युवक को जबरन लॉकअप में डाल दिया, जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे पुलिस जीप में अस्पताल ले गए और बाहर स्ट्रेचर पर छोड़कर आ गए। परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने जबरन उसके साथ मारपीट की, युवक को मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। घायल किशन भार्गव यूआईटी में कंप्यूटर ऑपरेटर है।
किशन के भाई गोविंद ने बताया कि उनके चाचा के लड़के मोहित को घर में भाई-बहन के मामूली झगडे़ में थाने पर लाकर बैठा दिया था। देर शाम को किशन और गोविंद थाने पर जानकारी लेने गए कि जब कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो उसे थाने क्यों लाया गया है। वहां मौजूद पुलिसकर्मी राधेश्याम से उनकी बात हुई। किशन ने पूछा कि उसके भाई को थाने में क्यों बैठा रखा है।
भाई-बहन का झगड़ा था, कोई रिपोर्ट नहीं है तो उसे छोड़ दो। इस पर राधेश्याम ने कहा कि उसे कल छोडे़ंगे। किशन ने उससे यह कह दिया कि बिना रिपोर्ट के इस तरह बैठाकर रखना गलत है इस पर राधेश्याम भड़क गया और उसने गाली गलौज करते हुए किशन को धक्का दे दिया। अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया और उसके साथ मारपीट कर दी। इसके बाद उसे लॉकअप में डाल दिया। जहां किशन की तबीयत बिगड़ गई। उसे उल्टी होने लगी और वह अचेत की स्थिति में हो गया।
यह देख पुलिसकर्मी घबरा गए और उसे पुलिस जीप में डालकर अस्पताल के बाहर छोड़कर चले गए। गोविंद ने इस मामले की जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी जिसके बाद थानाधिकारी तक मामला पहुंचा। उन्होंने जांच की बात कही। किशन के सिर, पेट और पसलियों पर चोट है।
मामले की जानकारी मिलते ही ब्राह्मण समाज के लोग अस्पताल पंहुचे। ब्राह्मण कल्याण परिषद के संयोजक अनिल तिवारी ने एडिशनल एसपी भगवत सिंह हिंगड़ को पूरे मामले में तत्काल कार्यवाही करने के लिए कहा। अनिल तिवारी ने बताया कि एडिशनल एसपी ने डिप्टी हर्षराज खरेड़ा को मामले की जांच सौंपी है।
(इनपुट :- योगेश जोशी)