हनुमानगढ़ : बकरीद के दिन जिले जिले के भादरा कस्बे के गांव भिरानी के चिड़िया गांधी में हुई 11 जुलाई को हुई गोकशी की घटना को लेकर गांव में तनाव का माहौल है। इसे लेकर चिड़िया गांधी औऱ गांधी बड़ी ग्राम पंचायत में कर्फ्यू लगा दिया गया है। लेकिन गांव वाले अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी, मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जिससे कर्फ्यू का उल्लंघन होने पर 45 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें एक महिला और 44 पुरुष शामिल हैं। वहीं इलाके में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।
आक्रोशित भीड़ ने की पत्थरबाजी, हिरासत में लिए गए
बीते बुधवार को गांव में बड़ी संख्या में लोगों ने धरना दे रहे थे। पुलिस के मना करने के बावजूद वे लोग हटने का नाम नहीं ले रहे थे। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें बल पूर्वक हटाना शुरू किया और लाठी चार्ज शुरू कर दिया। जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस पर पथराव भी शुरु कर दिए। इसमें भिरानी थानाधिकारी ओमप्रकाश सुथार के सिर में गंभीर चोट आ गई। वहीं भादरा थानाधिकारी रणवीर साई और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश जांगिड़ भी चोटिल हो गए।
जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने इलाके में भारी फोर्स को तैनात किया। औऱ हालात को नियंत्रण में किया। उन्होंने प्रदर्शन औऱ पथराव के 45 आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और SP अजयसिंह गांधी बड़ी पहुंचे और गांधी बड़ी के साथ चिड़िया गांधी ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले गांवो में भारी पुलिस फोर्स के साथ मार्च किया।
हरियाणा से आए थे प्रदर्शनकारी
मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि कानून तोड़ कर उपद्रव करने के आरोप में एक महिला और 44 पुरूषों को गिरफ्तार किया हैं। इसके अलावा बीस से अधिक बाइक जब्त की गई हैं। उन्होंने बताया कि इसमें बडी संख्या में लोग हरियाणा से आये थे। पुलिस को इनपुट मिला था कि हरियाणा से आये ये लोग अशांति फैला सकते हैं।
‘कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा’
जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि कल धरना हटाने से नाराज एकत्रित लोगों ने कानून हाथ मे लेने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि चिड़िया गांधी और गांधीबड़ी ग्राम पंचायत के सभी गांवो मे कर्फ्यू लगा दिया है। इसमें केवल आवश्यक सेवा के अलावा किसी को भी छूट नहीं मिलेगी। चिडिया गांधी और गांधी बड़ी मे करीबन पांच सौ से अधिक आरएससी व राजस्थान पुलिस के सिपाही और अधिकारी तैनात किए गए हैं। मंगलवार रात से पूरे भादरा क्षेत्र मे प्रशासन ने इन्टरनेट सेवा बंद कर रखी है। जिला कलेक्टर ने कहा कि जो लोग धरना लगा रहे थे वह बिना अनुमति के था, गैरकानूनी था। इसलिए यह कार्रवाई की गई थी। कानून को हाथ मे लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
FSL रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ग्रामीणों में बढ़ा आक्रोश
इससे पहले जब गोकशी का मामला सामने आय़ा था तो शुरूआत में प्रशासन ने कहा था कि गोकशी नहीं हुई है। लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल से मिले मांस के टुकडो़ं को जांच के लिए भेजा तो FSL की रिपोर्ट में गोकशी की पुष्टि हो गई थी। जिसके बाद गांव वालों का आक्रोश बढ़ गया। उन्होंने धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इलाके में तनाव बढ़ते देख प्रशासन ने दोनों गांव में कर्फ्यू लगा दिया औऱ इंटरनेट बंद कर दिया। आज भी इलाके में इंटरनेट सेवा बंद है।
अब तक 4 आरोपियों को किय़ा गया गिरफ्तार
पुलिस की दी इस जानकारी के मुताबिक गोकशी के इस मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें फारूख, अनवर, सिकंदर, अमीन शामिल हैं। इन पर पुलिस ने गोकशी की धाराएं लगाकर देल भेज दिया है।
प्रदेश में लगातार हो रही हैं सांप्रदायिक घटनाएं
गौरतलब है कि राजस्थान में बीते 2-3 महीनों से साम्प्रदायिक घटनाओं के लगातार घटित होने की खबरें आ रही हैं। इनमें करौली हिंसा, उदयपुर हत्याकांड मामला, जोधपुर में ईद पर झंडा लगाने को लेकर हिंसा और भीलवाड़ा में युवक की हत्या के बाद तनाव का मामला प्रमुख हैं। इन सभी मामलों की गूंज राजस्थान से लेकर संसद तक उठी है। इन घटनाओं के दौरान भी कर्फ्सू और नेटबंदी की गई थी।