Gopal Kesawat : जयपुर। बीजेपी लगातार पेपर लीक में गहलोत सरकार पर मिलीभगत का आरोप लगाती रही है। वहीं, अब कांग्रेस सरकार में राज्य मत्री का दर्जा प्राप्त गोपाल केसावत की गिरफ्तारी ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। साथ ही बीजेपी भी गहलोत सरकार के खिलाफ पूरी तरह से आक्रामक हो गई है। पेपर लीक मामले में एसीबी के हत्थे चढ़े घूसखोर गोपाल केसावत की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। ऐसे में हर कोई यह जानता चाहता कि आखिर गोपाल केसावत कौन है?
कौन है गोपाल केसावत?
दरअसल, गोपाल केसावत कांग्रेस पार्टी का नेता है। पिछली अशोक गहलोत सरकार में केसावत राजस्थान राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्द्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष था और उसे राज्य मंत्री का दर्जा दिया हुआ था। उसने तत्कालीन पीसीसी चीफ डॉ.चंद्रभान की टीम में भी काम किया था। उस दौरान सियासी पद पर रहते हुए गोपाल केसावत ने बड़ा सम्मेलन किया था। साथ ही साल 2014 में नशे के विरुद्ध अभियान चलाया था।
केसावत ने बीते दिनों बेटी के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। तब भी वो सुर्खियों में बने हुए थे। हालांकि, बाद में उनकी बेटी ने साफ कह दिया था कि वो अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई थी। कुछ दिनों पहले जब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के विरोध में अजमेर आरपीएससी से लेकर जयपुर तक पैदल यात्रा निकाली थी, उस दौरान भी गोपाल केसावत को पायलट के साथ देखा गया था। केसावत ने कई बार राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। गोपाल केसावत दो दिन पहले ही जयपुर में कांग्रेस के मौन सत्याग्रह में मंच पर बैठकर चरने पर सूत कातता नजर आया था।
बीजेपी ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला
इधर, कांग्रेस नेता गोपाल केसावत की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को गहलोत सरकार पर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है। बीजेपी ने राहुल गांधी के साथ गोपाल केसावत की फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया कि तस्वीर में राहुल गांधी उस गोपाल केसावत से हाथ मिला रहे हैं जिसे आरएएस भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। गोपाल राज्य विमुक्त, घुमंतू एवं अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का पूर्व चेयरमैन है जिसे राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। कांग्रेस नीचे से ऊपर तक भ्रष्ट पार्टी है। राजस्थान सरकार राहुल गांधी ऐशो-आराम के लिए जमकर भ्रष्टाचार कर रही है। हाईकमान को जब तक काला पैसा मिलता रहेगा, गहलोत जी की तूती प्रदेश कांग्रेस में बोलती रहेगी।
राठौड़ ने कहा – एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि कहा जाता है एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। अब इस तस्वीर के क्या कहने… यह वही कांग्रेस के घुमंतू बोर्ड के पूर्व चेयरमैन (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) गोपाल केसावत हैं जिन्हें तीन दलालों के साथ आरपीएससी की भर्ती परीक्षा में पास कराने के बदले 18.5 लाख रुपए की घूस लेते हुए पकड़ा गया है। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के साथ इनकी नजदीकियां इस बात को स्वत: ही बयां कर रही हैं कि भ्रष्टाचार करने के लिए इनके हौसलों को संबल कहां से प्राप्त हुआ है। यह कोई पहली घटना नहीं है। कांग्रेस सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर हैं। ऐसा कोई विभाग नहीं हैं, जहां बिना रुपए दिए किसी का काम होता हो। स्वयं सरकार के मंत्रियों ने भी इस बात को सार्वजनिक रूप से कबूला है। प्रदेश में अनेकों परीक्षाएं इसी भ्रष्टाचार के चलते पेपर लीक की भेंट चढ़ चुकी हैं और जिससे लाखों युवाओं के सपनों को इस कांग्रेस सरकार ने खत्म कर दिया।
पूनिया ने भी गहलोत सरकार पर बोला हमला
उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया कि वाह मुख्यमंत्री जी, अब तो स्वीकार कर लीजिए कि युवाओं के करियर और भविष्य की हत्या आपकी सरकार ने ही की है। आपकी सरकार में पूर्व घुमंतू बोर्ड के चेयरमैन रहे गोपाल केसावत लाखों रुपये की रिश्वत लेकर RAS अफसर बनाते हैं। यह तो असलियत सामने आ गई इसलिए पता लग गया, बाकी आपकी सरकार के पाप की गहराई कितनी है, यह प्रदेश का हर युवा जानता है।
किरोड़ी मीणा बोले-सही साबित हुए आरोप
बीजेपी से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा अब ईओ भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत की गिरफ्तार से मेरा यह आरोप साबित हो गया है कि राज्य की सबसे बड़ी परीक्षाओं में ऊपर से नीचे तक धांधली हुई है। परीक्षा की प्रारंभ से ही सरकार की ओर से आपाधापी साफ दिख रही है। चहेतों का चयन करने के लिए धांधली की शुरुआत RAS की प्री परीक्षा से ही हो गई। इसमें सही प्रश्नों को भी आरपीएससी ने गलत दर्शाया और मेहनत करने वाले बच्चों को सुप्रीम कोर्ट तक चैलेंज किया और उन्हें बाहर करवाया। मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की निजी लोगों से जंचवाया और अपने लोगों को मनमाने तरीके से पास करवाया। अब इंटरव्यू में धांधली करते हुए गोपाल केसावत पकड़ में आ ही गया है। मेरी मुख्यमंत्री जी से मांग है कि वे पूरी प्रक्रिया की सीबीआई से जांच करवाने की अनुशंसा करें।
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