श्रीगंगानगर। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाक की तरफ से ड्रोन के जरिए आए दिन भारतीय सीमा पर हेरोइन की खेप भेजी जा रही है। लेकिन, नशे की तस्करी को रोकने के लिए बीएसएफ जवान अलर्ट मोड़ पर है। श्रीगंगानगर जिले के घड़साना बॉर्डर पर बीएसएफ ने एक बार फिर तस्करी के बड़े प्रयास को विफल कर दिया है। पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक घड़साना पुलिस ने देर रात 4 हेरोइन तस्करों को गिरफ्तार किया है।
साथ ही 4 किलो हेरोइन और ड्रोन को बरामद किया है। पकड़ी गई हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां पकड़े गए तस्करों से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है। बता दें कि बीएसएफ ने एक महीने में चौथी बार पाक के मनसूबों पर पानी फेरते हुए नशे की बड़ी खेप पकड़ी है।
सुरक्षा एजेंसियों को पहले ही सूचना मिल गई थी कि सीमा पार से हेरोइन की बड़ी खेप भारत आने वाली है। एसपी परिस देशमुख के निर्देश पर डीएसटी और घड़साना पुलिस बॉर्डर पर पहुंची। यहां बीएसएफ के जवानों को इस बारे में बताया गया। इस पर देर रात बीएसएफ के जवानों व डीएसटी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए घड़साना बॉर्डर एक ड्रोन को मार गिराया। साथ ही चार तस्करों को दबोच लिया।
एक तस्कर हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा का रहने वाला है और दो तस्कर अन्य स्थानों से हीरोइन की खेप लेने के लिए पहुंचे थे। वहीं चौथा तस्कर पंजाब का बताया जा रहा है। इस दौरान तस्करों के कब्जे से 2 पैकेट बरामद किए। जिनमें 4 किलो हेरोइन थी। जिसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
एक महीने में चौथी बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख के निर्देश पर लगातार पुलिस विभाग व खुफिया एजेंसी तस्करों को पकड़ने में जुटी हुई है। पिछले एक माह में पाक द्वारा 4 बार भारतीय सीमा पर हीरोइन की तस्करी की गई है। लेकिन, हर बार बीएसएफ ने तस्करों को मात दी है। प्रदेश में नशा युवाओं को तेजी से खोखला करता जा रहा है। बीएसएफ द्वारा सीमा पर चौकसी में कमी नहीं है, धरपकड़ भी हो रही है, लेकिन सीमापार (पाकिस्तान) से तस्करों का सीमावर्ती जिलों में फैला नेटवर्क सुरक्षा बलों और पुलिस को गच्चा देने में कामयाब हो रहे हैं।
तस्करों ने करणपुर को बनाया नया अड्डा
श्रीगंगानगर जिले में पहले रायसिंहनगर, घड़साना, रावला और अब करणपुर इलाके के 23 ओ पोस्ट के नजदीक ड्रोन दिखाई दिया तो बीएसएफ जवानों द्वारा फायरिंग की गई। लगातार बढ़ती सख्ती के कारण पाकिस्तानी तस्कर भी तस्करी के लिए नए-नए ठिकाने खोजने लगे हैं। अब पाक तस्करों ने करणपुर को नया केंद्र चुना है। यहां चौथी बार ड्रोन से हेरोइन की खेप भेजी गई है। हालांकि चारों ही बार पाक तस्करों ने मुंह की खाई है। बीएसएफ ने यहां हाई अलर्ट करते हुए सुरक्षा भी बढ़ाने का फैसला किया है।
एजुकेशन हब भी तस्करों के निशाने पर
नशे की तस्करी के कारण पाकिस्तान की सीमा से सटे दो राज्य राजस्थान व पंजाब के युवाओं को तस्कारों की काली छाया राजस्थान पर पड़ गई है। ये तस्कर ड्रग्स सप्लाई का अपना कारोबार बढ़ाने के लिए सिर्फ युवाओं को टारगेट कर रहे हैं। पकड़े जाने वाले ज्यादातर ड्रग प्लेयर और तस्कर भी युवा ही हैं। यही कारण है कि तस्करों का लक्ष्य अपने नेटवर्क को बढ़ाने के लिए युवाओं को लालच देकर ड्रग ग्राहक बना रहे हैं।
कोडवर्ड के जरिए होती है डिलीवरी
पाक से हेरोइन की खेप मंगवाने के लिए तस्कर कोडवर्ड का सहारा लेते है। पंजाब के सरगना और पाक तस्करों के बीच कोडवर्ड तय किया जाता है और डील फाइनल होने के बाद वह कोडवर्ड बॉर्डर पर पहुंचे तस्करों को दिया जाता है। जब हेरोइन की खेप मंगवानी होती है तो उससे ठीक पहले बॉर्डर पर हेरोइन की खेप लेने पहुंचे व्यक्ति पाकिस्तान तस्कर को कॉल कर कोडवर्ड बताते हैं, जिससे वह हेरोइन की खेप ड्रोन के माध्यम से भारत में गिरा देते हैं। बता दे कि राजस्थान भारत के पश्चिमी छोर पर पाकिस्तान के साथ लगभग 1,037 किमी लंबी सीमा साझा करता है। ऐसे में तस्कर राजस्थानी सीमा को तस्करी के लिए सेफ मानते है। लेकिन, हमारे जवान लगातार तस्करों पर लगाम कसने में लगे हुए है।