जयपुर। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biporjoy) से राजस्थान के बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। प्रदेश में बारिश के चलते अब तक 8 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को बाड़मेर जिले में बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
साथ ही सीएम गहलोत ने ऐलान किया कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से प्रभावित लोगों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। राहत व बचाव कार्य में SDRF की 17 व NDRF की 8 टीमें लगी हुई हैं। क्षति का सर्वेक्षण पूर्ण होने के बाद प्रभावितों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। चौहटन, धनाऊ और आसपास के क्षेत्रों में सर्वे करने के बाद सीएम गहलोत ने प्रभावितों से मुलाकात भी की।
सीएम गहलोत ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिपरजॉय को गंभीरता से लेकर पूर्व में ही तैयारियां कर ली गई थीं। हालांकि कच्चे मकानों, पशुओं और विद्यालय भवनों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय रखा जा रहा है। तूफान के दौरान राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं रखी है। पूरे प्रदेश में 1700 से अधिक लोगों को पहले से ही रेस्क्यू कर लिया गया। तूफान के कारण एक भी जान नहीं गई है, लेकिन तूफान के बाद कई जगह भरे पानी में लोग स्नान करने उतरे, जिससे कुछ लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कराकर नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
केंद्र सरकार से नियमों में बदलाव की मांग
सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुआवजा देने के नियमों में बदलाव किया है। जिससे लोगों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। गहलोत ने केंद्र सरकार से नियमों में बदलाव की मांग की है, ताकि पीड़ितों को समय पर मुआवजे का भुगतान किया जा सके। उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने आज केंद्र सरकार के अधिकारियों से वार्ता की है। उनसे आग्रह किया है कि अपने नियमों में संशोधन करें, ताकि पीड़ित परिवारों को जल्द राहत मिल सके।
8700 मकान क्षतिग्रस्त, 225 स्कूल की बिल्डिंग को भी नुकसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 हजार से अधिक लोगों को बिपरजॉय आने से पूर्व ही शिफ्ट किया गया था। साथ ही लगभग 2 हजार लोगों को बचाव टीमों द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आर्मी सहित एसडीआरएफ की 17 और एनडीआरएफ की 8 टीम सहित राहत एवं बचाव कार्यों में आपदा मित्रों, नागरिक सुरक्षा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश में क्षतिग्रस्त हुए सड़क, बिजली पोल और ट्रांसफॉर्मर व अन्य हुए नुकसान की शीघ्र मरम्मत के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक उन्हें जो रिपोर्ट मिली है, उसके अनुसार करीब 8700 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। वहीं, 35 हजार कच्ची बस्तियों के मकान में हल्का नुकसान हुआ है। 225 स्कूल की बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है। चक्रवात के कारण सड़क और बिजली तंत्र को काफी नुकसान हुआ है। जिसको लेकर हमने 200 करोड़ के काम टेक ऑफ किए हैं। जल्द ही सड़कों की हालत में सुधार किया जाएगा।
बीजेपी पर लगाया आपदा के समय भी राजनीति करने का आरोप
सीएम गहलोत ने भाजपा पर आपदा के समय भी राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी पार्टियों को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि साल 2017 में जब बाड़मेर में बाढ़ आई थी, तब वो राहुल गांधी के साथ सांचौर दौरे पर आए थे। राहुल गांधी के साथ उन्होंने सड़क मार्ग से पूरे क्षेत्र का दौरा किया था। उस समय भाजपा ने ओछी राजनीति की थी और राहुल गांधी की गाड़ी पर पत्थर फेंके थे।
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सीएम गहलोत का ट्वीट
सीएम गहलोत ने लोगों से की ये अपील
मुख्यमंत्री गहलोत ने आमजन से अपील की है कि वे नदी या अन्य जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाएं। बच्चों को तैरने से रोके तथा पानी के तेज बहाव में पैदल अथवा वाहन से नहीं गुजरें। किसी अनहोनी के अंदेशा होने पर प्रशासन को तुरंत सूचित करें। इस दौरान आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलक्टर अरूण कुमार पुरोहित, पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
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