भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में दो साल पहले कोटडी थाने के सिपाई की तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के दो साल बीत जाने के बाद भी हत्यारों को अब तक सजा नहीं हुई। वहीं तस्करों के गुर्गे अब शहीद के परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे है। इससे शहीद रायाक का परिवार खौफ के साए में जी रहा है।
शहीद के भाई रामलाल ने काछोला थाने में मामले की रिपोर्ट दी है। पीड़ित रामलाल ने शिकायत में बताया कि राजस्थान पुलिस में सिपाही पद पर तैनात उसके भाई ओंकार की हत्या करने वाले आरोपी उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे है। आरोपी पुलिस थाना कोटडी में पीड़ित परिवार के बयान अपने पक्ष में करवाने का दबाव बनाने के लिए धमकी दे रहे है। पीड़ित रामलाल ने बताया कि आरोपी जेल से बयान बदलने की धमकी दे रहे है।
बता दें कि 2 साल पहले 10 अप्रैल 2021 को पुलिस थाना कोटडी पर ओंकार रांयका और पवन कुमार डयूटी में तैनात थे। इस दौरान भीलवाड़ा जिले के कोटडी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि तस्कर हाईवे होते हुए अवैध अफीम डोडा चूरा को एमपी से जोधपुर की तरफ ले जा रहे है। सूचना के बाद थाने की टीम द्वारा नाकेबंदी की गई। इस दौरान 2 पिकअप व स्कॉर्पियो खतरनाक तरीके से वाहन चलाते हुए वहां आए। पुलिस द्वारा नाकेबंदी के दौरान स्कॉर्पियो और पिकअप वाहन को रोकने का प्रयास किया तो स्कॉर्पियो सवार तस्करों ने अंधाधुंध फायरिंग की।
बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में एक गोली कांस्टेबल ऊंकार रायका के सीने में लग गई। वे वहीं गिर गए। अस्पताल में उनकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने मामले में कुल 17 आरोपियों को गिरफतार किया है। पुलिस ने आरोपियों से कई फायरिंग करने के हथियार बरामद किए।
पुलिस ने आरोपियों से घटना में काम में ली गई चोरी की गाड़ियां अवैध अफीम डोडा चूरा बरामद भी कर लिया था। मामले में जो आरोपी पकड़े गए है, उनमें सुनील टूटी और राजू फौजी और उनकी गैंग के सदस्य रामदेव जाट नेताराम विश्रोई, प्रकाश विश्रोई, पाबूराम, रमेश भाणियां, यशवंतसिंह उर्फ बंटी है। सुनील डूडी और राज फौजी की गैंग के सदस्यों के खिलाफ पहले से ही कई मुकदमें है, पुलिस की इस मामले में जांच चल रही है।
कुछ संदिग्ध लोग कर रहे परिवार का पीछा…
रामलाल रायका का आरोप है कि पिछले कुछ दिनों से कुछ संदिग्ध लोग उसका व उसके परिवार के सदस्यों का पीछा कर रहे है। उन्हें आशंका है कि मौका मिलने आरोपी लोग उसे व उसके परिवार के लोगों को क्षति पहुंचा सकते है।
जेल से चला रहे नेटवर्क…
रामलाल रायका का आरोप है कि आरोपी उसके भाई ओंकार की हत्या के मुकदमें में गवाहों को धमका रहे है और अपने पक्ष में झूठे बयान देने को कह रहे है। ओंकार की हत्या करने वाले आरोपी सुनील टूटी और राजू फौजी की गैंग के सदस्य जेल से अपना नेटवर्क चला रहे है। आरोपी जेल से ही व्हाटसअप पर फोन करते है, जिससे फोन की डिटेल नही आती है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
(इनपुट-जयेश पारीक)