बाड़मेर। बहुत से लोग अपने घर की आर्थिक तंगी के चलते अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी जो नौकरी में चयन नहीं होने के लिए अच्छी लायब्रेरी सुविधा न होना, कोचिंग का अभाव और पारिवारिक परिस्थितियों इत्यादि को जिम्मेदार ठहराते है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है जो चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो, वो कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंच ही जाते है। ऐसे ही एक मजदूर ने इस बात को सच कर दिखाया है। हाल ही में रीट लेवल-2 का रिजल्ट आया।
इसमें बाड़मेर के मजदूर रेखाराम मेघवाल का भी चयन हुआ हुआ। जब रीट लेवल-2 गणित विज्ञान का परिणाम आया और उसमें रेखाराम मेघवाल का चयन हुआ। तब वह तपती धूप में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहा था। रिजल्ट में पास होने की खबर सुनकर वह उसी समय खुशी से झूम उठा।
बाड़मेर के मातासर (भुट्टिया) निवासी रेखाराम मेघवाल ने रीट परीक्षा में चयन होने पर कहा, वह बचपन से ही टीचर बनना चाहता था। वह इस परीक्षा के लिए काफी लंबे समय से तैयारी भी कर रहा था। रेखाराम मेघवाल जब तपती धूप में धारिमन्ना में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहे थे उसी समय उनका रोट लवल टू गणित विज्ञान का परिणाम आया। दोस्त ने परिणाम देखा और जहां रेखाराम मजदूरी कर रहा था, वहीं जाकर उसे परीक्षा में चयन होने की बधाई दी।
धौलपुर पुलिस ने शेयर किया फोटो…
धौलपुर पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर रेखाराम मेघवाल की फोटो शेयर की है। धौलपुर पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जब रीट लेवल-2 गणित-विज्ञान का परिणाम आया और उसमें रेखाराम मेघवाल का चयन हुआ तब वह तपती धूप में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहे थे।’ इस दौरान पुलिस ने ये कहा, ‘आखिर मेहनत कभी बेकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।’ ये पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। यूजर्स ने रेखाराम के खुशी में होकर बधाइयों का तांता लगा दिया।
आर्थिक स्थिति सहीं नहीं, बिना कोचिंग के पास की परीक्षा…
रीट लेवल-2 के परिणाम में रेखाराम मेघवाल का चयन हुआ। रेखाराम मेघवाल ने बिना किसी कोचिंग और लाइब्रेरी के रीट की परीक्षा में चयन हुआ है।