द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव एक बड़े अंतर से जीता। मुर्मू को को जीत के लिए जरूरी 5 लाख 43 हजार 261 वोट की जरूरत थी, लेकिन तीसरे राउंड में ही उन्हें 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिल गए थे। इसके अलावा द्रौपदी का कुल इलेक्टोरल वोट 6 लाख 76 हजार 803 था। इस हिसाब से उन्हें 64.03 प्रतिशत मतदान मिला। जबकि यशवंत सिन्हा को मात्र 35.97 प्रतिशत वोट मिले।
इस हिसाब से द्रौपदी की जीत एक बड़े अंतर से हुई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश की आजादी से लेकर अब तक जितने भी राष्ट्रपति के चुनाव हुए हैं उनमें से किसने बड़े अंतर से जीत का रिकॉर्ड कायम हुआ था। तो यहां हम आपको बताते हैं कि देश के राष्ट्रपति रहे किस शख्सियत के नाम यह उपलब्धि है।
इनके नाम दर्ज है सबसे बड़ी जीत
देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के नाम सबसे ज्यादा अंतर से जीत का रिकॉर्ड कायम है। उन्होंने जब लगातार दूसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था तो उन्हें 4 लाख 59 हजार 698 वोट मिले थे। इस चुनाव में राजेंद्र प्रसाद के सामने नागेंद्र नारायण दास और चौधरी हरिराम उतरे थे। इस राष्ट्रपति चुनाव में नारायण दास को सिर्फ 2 हजार वोट मिले थे, जबकि हरिराम को 2600 वोट मिले थे। आपको बता दें कि इस चुनाव में कुल 4 लाख 64 हजार 370 वोट डाले गए थे। इसमें राजेंद्र प्रसाद ने बेहद आसान और एकतरफा जीत हासिल की थी। यह जीत अब तक के राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है।
दूसरी सबसे बड़ी जीत डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के बाद देश के तीसरे राष्ट्रपति चुनाव में सर्वपल्ली राधाकृष्णन खड़े हुए थे। इनके नाम राष्ट्रपति चुनाव की दूसरा सबसे बड़ी जीत दर्ज है। इस चुनाव में उन्हें 5 लाख 53 हजार 67 वोट हासिल हुए थे। इस चुनाव में उनके खिलाफ चौधरी हरिराम और यमुना प्रसाद त्रिसुलिया खड़े हुए थे। इनमें हरिराम को सिर्फ 6 हजार और यमुना प्रसाद को मात्र साढ़े 3 हजार वोट मिले थे। इस हिसाब से डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी और आसान जीत हासिल की थी
के आर नाराय़णन के नाम भी दर्ज है सबसे बड़ी और एकतरफा जीत
1997 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीते के आर नारायणन ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इस एकतरफा जीत में के विपक्ष ने भी नारायणन के समर्थन में वोटिंग की थी। जिससे उनके जीतने की राह बेहद आसान हो गई थी। इस चुनाव में उन्हें 9 लाख 56 हजार 290 वोच मिले थे। इस चुनाव में टी एन शेषऩ नारायणन के सामने खड़े हुए थे लेकिन इसमें उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी। टी एन शेषन को अब तक के चुनाव में सबसे कम सिर्फ 50 हजार वोट ही मिले।
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम दर्ज है रिकॉर्ड
देश के 11 वें राष्ट्रपति और मशहूर वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम भी सबसे बड़ी जीत दर्ज है। कलाम एक बेहद मशहूर साइंटिस्ट और शख्सियत थे। भाजपा ने साल 2002 में कलाम को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया था। कलाम की शख्सियत ऐसी थी कि उनका विरोध कोई नहीं कर पाया। यहां तक कि विपक्ष ने भी उनका भरपूर समर्थन किया। इस चुनाव में अब्दुल कलाम को 9 लाख 22 हजार 884 वोट मिले थे। कलाम के खिलाफ खड़ी लक्ष्मी सहगल को मात्र 1 लाख 7 हजार 366 वोट मिले थे। इस हिसाब से कलाम की जीत को भी भारत के राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी जीत में शामिल किया गया है।