जयपुर। आज के समय में हर कोई फोन में सोशल मीडिया जरूर चलाता है। ज्यादातर लोग इंस्टाग्राम पर रील बनाकर वीडियो पोस्ट करते है। वीडियो पसंद आने पर बहुत से लोग उसे लाइक करते है। अगर आप भी इंस्टाग्राम पर वीडियो को पोस्ट और लाइक करते हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि एक लाइक आपके बैंक अकाउंट को साफ कर सकता है। राजधानी जयपुर में ऑनलाइन फ्रॉड करने का बड़ा मामला सामने आया है।
राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी ने एक ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो इंस्टाग्राम पर एक वीडियो लाइक कराने के नाम पर 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका है। पुलिस ने इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने अगल-अलग जिलों से इस गैंग के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस गैंग के सभी लोग पढ़े लिखे है। उन्हीं में से एक आरोपी एमबीबीएस का स्टूडेंट है। बाकी बीए, बीएससी और बीकॉम की पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें आरोपी आनंद नेहरा, अभिषेक बाजीया, रवि साहू, सचिन नामा, हरिशंकर जाट, सचिन ख्यालिया और देवीलाल सुथार के बैंक खातों से अरबों रुपए का लेन-देन किया गया। पकड़े गए आरोपी कई जिलों में साइबर अपराधों को अंजाम दे चुके हैं।
एटीए-एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि 2 मई को दीपक शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने एसओजी में शिकायत दी थी। दीपक शर्मा ने शिकायत में बताया कि हर दिन 3 से 5 हजार रुपए कमाई का झांसा देकर करीब 1 करोड़ रुपए ठगे गए। दीपक ने बताया कि 1 मई को उसके वाट्सऐप पर एक मैसेज आया।
इसमें सोशल मीडिया पर 3 से 5 हजार रुपये प्रतिदिन कमाई करने का प्रस्ताव दिया। इसके तहत टेलीग्राम के एक ग्रुप में ज्वाइन कर विभिन्न प्रकार के टास्क दिए जाते थे। इन टास्क में से एक इस्ट्राग्राम अकाउंट फॉलोकर उनकी पोस्ट को लाइक करने के बाद उनका स्क्रीन शॉट टेलीग्राम ग्रुप में शेयर करने को कहा जाता था। लाइक करने के टास्क पर 50 से 100 रुपए दिए जाते थे।
इसी प्रकार अन्य टास्क के रूप में इन्वेसटमेंट करने का टास्क अनिवार्य बताकर दीपक से 1 करोड़ 1 लाख रुपये की ठगी की गई है। पीड़ित दीपक ने साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कराया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि साइबर अपराधी मुनाफा देकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर बड़ी ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
3 से 15 दिन में 1 अरब से अधिक रुपए का हुआ लेनदेन…
पीड़ित द्वारा जिन संदिग्ध 31 बैंक खातों में एक करोड़ से अधिक की राशि जमा करवाई गई थी, उन खातों के विश्लेषण किया। तब पता चला कि इन खातों में 3 से 15 दिन के अंदर 1 अरब से अधिक रुपये का लेन-देन हुआ है। आईसीआईसीआई बैंक खाताधारक आनंद नेहरा के साथ आरोपी सचिन ख्यालिया, अभिषेक बाजिया ने मिलकर एक बैंक खाता खुलवाकर पीड़ित से 19 मई को 50 लाख रुपए लिए। इसी खाते से विभिन्न खातों से कुल 2 करोड़ 87 लाख रुपए मिले। पुलिस ने इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।