Israel-Hamas War : इजराइल-हमास के बीच जंग का आज चौथा दिन है। मीडिया के अनुसार, इजराइल की सेना ने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में अब तक इजराइल के करीब 123 सैनिकों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ हमास के हमलों में थाईलैंड के 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है। इजराइल के रक्षा मंत्री ने सोमवार को पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे का आदेश दिया था। इसके बाद रात भर इजराइल ने गाजा पर हमले किए। जवाब में हमास ने धमकी दी है कि वो इजराइल से पकड़े करीब 150 बंधकों की हत्या कर देंगे।
7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने अचानक इजराइल पर हमला कर दिया था। इस जंग में अब तक कुल 1,587 लोगों की मौत हो गई है। इजराइल में 900 लोग मारे गए हैं, जबकि 2,300 लोग घायल हैं। वहीं गाजा पट्टी में 140 बच्चों समेत 687 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं 3,726 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा इजराइल की सेना ने अपने क्षेत्र में 1500 हमास के लड़ाकों को भी मार गिराया है।
हमास और इस्लामिक जिहाद नाम के एक छोटे ग्रुप ने इजरायल के अंदर घुसकर 130 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया है। सभी बंदियों को गाजा में रखे जाने की खबर है। बंदियों का इस्तेमाल इजरायल द्वारा कैद किए गए हजारों फिलिस्तीनियों की रिहाई के लिए किया जाना है।
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एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के अनुसार, हमास के मिलिटेंट विंग के लीडर मोहम्मद डेफ ने हमले की वजह बताई है। डेफ ने कहा है, ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म’ गाजा की 16 साल की नाकाबंदी, इजरायली कब्जे और हाल की घटनाओं की पूरी श्रृंखला के जवाब में था। इजरायल-फिलिस्तीनी तनाव चरम पर है।’ हालांकि जिस मोहम्मद डेफ ने यह बयान जारी किया उसके बारे में बहुत जाना जाता है। छोटे से आतंकी संगठन हमास के आतंकियों ने इजरायल में जो किया उससे पूरी दुनिया हिल गई। आखिर कौन है हमास का मुखिया जिसने इजरायल में दहशत फैला दी।
कौन है मोहम्मद डेफ?
इजरायल में दहशत फैलाने वाला हमास का मुखिया मोहम्मद डेफ। साल 2002 से मोहम्मद डेफ हमास के मिलिटेंट विंग का चीफ है। फाइनेंशियल टाइम्स की एक हालिया प्रोफाइल के अनुसार, मोहम्मद डेफ का जन्म 1960 के दशक के दौरान गाजा में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। शुरुआत में उसे मोहम्मद दियाब इब्राहिम अल-मसरी के रूप में जाना जाता था। मोहम्मद डेफ ने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।
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मोहम्मद डेफ ने हमास के लिए क्या किया ?
हमास की स्थापना 1980 के दशक के अंत में, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ पहले फिलिस्तीनी इंतिफादा (बगावत) की शुरुआत के बाद हुई थी। दोनों क्षेत्रों पर इजरायली कब्जा 1967 के इजरायली-अरब युद्ध के दौरान हुआ।
एफटी के मुताबिक, पहले इंतिफादा के समय डेफ की उम्र 20 साल के आसपास थी। बाद में डेफ को सुसाइड बॉम्बिंग का जिम्मेदार मानते हुए, इजरायलियों ने जेल भेजा दिया। इजरायल के मुताबिक, उस हमले में कई दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। 1996 की हिंसा के लिए भी डेफ को जिम्मेदार माना गया, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान गई थी।
ओस्लो शांति समझौते के खिलाफ था हमास…
ये बम विस्फोट ओस्लो शांति समझौते के खिलाफ थे, जिस पर 1990 के दशक की शुरुआत में इजरायल और अधिकांश फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन ने हस्ताक्षर किया था। यानी ओस्लो शांति समझौता इजरायल की सरकार और फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के बीच हुआ था।
हमास इस समझौते के खिलाफ था। उसका कहना था कि 1948 के अरब-इजरायल युद्ध में इजरायल ने फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था। अब अगर यह समझौता लागू होता है तो फिलिस्तीन के हाथ से और अधिक जमीन चली जाएगी।
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बम बनाने की तालीम हासिल की…
एफटी रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘मोहम्मद डेफ ने याह्या अय्याश से तालीम हासिल की थी। बम बनाने में माहीर याह्या अय्याश अपने नाम के साथ ‘इंजीनियर’ लगाता था। 1996 में इजरायल ने विस्फोटक से भरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर याह्या अय्याश की हत्या कर दी थी।’ डेफ आगे चलकर हमास की सैन्य शाखा कसम ब्रिगेड में शामिल हो गया।
एक हाथ, एक पैर और एक आंख नहीं!
बीबीसी के अनुसार, मोहम्मद डेफ ने हमास के मिलिटेंट विंग के गाजा कमांडर का पद भले ही जुलाई 2002 में संभाला हो, लेकिन वह वर्षों से इजरायल की मोस्ट वांटेड लिस्ट में टॉप पर था। इजरायली सेना ने डेफ को मारने की कई बार कोशिश की। लेकिन वो हर बार बच गया। जिस साल मोहम्मद डेफ ने सत्ता संभाली, एक इजरायली हेलीकॉप्टर ने गाजा सिटी के पास एक कार पर मिसाइलें दागीं, जिसमें हमास के दो सदस्य मारे गए। हमले में 15 बच्चों सहित कम से कम 40 अन्य लोग घायल हो गए थे।
इसके बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने मोहम्मद डेफ को आतंकवादी घोषित कर दिया है। विभाग का मानना है कि ‘इजरायल और हमास के बीच 2014 के संघर्ष के दौरान, डेफ हमास की आक्रामक रणनीति का मास्टरमाइंड था।’ 2014 में इजराइल ने पुष्टि की कि उसने डेफ को मारने के लिए एक घर को टार्गेट कर हमला किया था। इस हमले में डेफ पत्नी और सात महीने का बेटा मारा गया था।
एफटी के अनुसार, मोहम्मद डेफ पर हुए जानलेवा हमलों में वह बच गया। लेकिन उसने अपना एक हाथ और एक पैर खो दिया और व्हीलचेयर पर आ गया। वहीं अन्य संगठनों ने दावा किया है कि उसने एक आंख भी खो दी है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में इजरायली अधिकारियों ने कहा कि हमास का चीफ मोहम्मद डेफ ने ऐसे टार्गेट की तलाश की, जिससे ज्यादा असर पड़े। इसके लिए उसने कब्जे वाले क्षेत्रों में बसने वाले लोग और सैनिक, यरूशलेम और तेल अवीव में बसें लोगों को चुना।