पेशावर। उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में शुक्रवार को एक क्षेत्रीय पुलिस मुख्यालय और एक नाके पर हुए आतंकवादी हमले में पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। इन घटनाओं में चार आंतकवादी भी मारे गए। हमले की जिम्मेदारी एक नए आतंकवादी समूह ‘अंसारुल जिहाद’ ने ली है। तीन दिन पहले, इसी क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में 23 सैनिकों की मौत हो गई थी। अधिकारियों के मुताबिक पहला हमला खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले में पुलिस लाइन पर हुआ। हमले में तीन पुलिसकर्मी मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने कहा कि चार आतंकवादी भी मारे गए। एक आतंकवादी ने पुलिस कार्यालय और आवास ब्लॉक के मुख्य द्वार पर खुद को उड़ा लिया और अन्य आतंकवादी अंदर घुस गए। एक अन्य हमले में, आतंकवादियों ने खैबर आदिवासी जिले के नल्ला बारा तहसील में पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त जांच चौकी पर हमला किया। इसमें दो सैनिक मारे गए। हमले में छह लोग घायल भी हुए हैं।
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तीन दिन पहले TJP ने किया था हमला
यह हमला तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के तीन दिन बाद हुआ है। टीजेपी के हमले में 23 सैनिकों की मौत हो गई थी, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। पाकिस्तान में कु छ बड़ेहमलों के पीछे आतंकी संगठन टीजेपी का हाथ रहा है।
ईरान में पुलिस स्टेशन पर अटैक, 11 की मौत : ईरान में अलगाववादी समूह के संदिग्ध सदस्यों ने दक्षिण-पूर्वी ईरान के एक थाने पर रात में हमला कर दिया। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के उप गवर्नर अली रजा मरहेमती ने कहा कि तेहरान से करीब 1400 किमी दूर रस्क कस्बे में देर रात दो बजे हुए इस हमले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मी मारे गए। पुलिस ने मुठभेड़ में कई हमलावरों को मार गिराया।
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सरकारी टेलीविजन की खबर में हमले के लिए अलगाववादी समूह जैश अल-अद्ल को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसी समूह ने 2019 में एक आत्मघाती बम हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसमें ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड फोर्स के 27 सदस्य मारे गए थे। पिछले कुछ महीनों में ईरान के सुन्नी समुदाय के प्रभुत्व वाले इलाके में उग्रवादियों और छोटे अलगाववादी समूहों ने सरकार के खिलाफ अपने विद्रोह के तहत थानों पर हमले किए हैं।