वाशिंगटन। एलियंस होते हैं या नहीं, इसे लेकर लंबे समय से बहस चल रही है। कई लोगों का मानना है कि जिस तरह से पृथ्वी इंसान का घर है, उसी तरह स्पेस में कोई ऐसा प्लेनेट होगा, जिस पर एलियंस रहते होंगे। इस सवाल का जवाब दुनियाभर के वैज्ञानिक खोज रहे हैं। एक विशेषज्ञ ने बताया कि एलियंस डिटेक्ट किए जाने से बचने के लिए हमारे सोलर सिस्टम के ठीक बाहर अंधेरे स्थानों में छिपे हो सकते हैं, वहीं अब नासा के एक पूर्व रिसर्चर ने अनोखा दावा किया है।
नासा के रिसर्च सेंटर में काम करने वाले एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् केविन नुथ का मानना हैकि ऐसे कई कारण हैं कि एलियंस पृथ्वी की सतह के बजाय पानी के नीचे रहकर हम पर नजर रख रहे हों। उन्होंने कहा कि अगर वे छुपे रहना चाहते हैं तो समुद्र का तल उनके लिए बेस्ट जगह होगी।
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वे वहां बेस बनाकर रहते होंगे। उन्होंने थ्योरीज ऑफ एवरीथिंग पॉडकास्ट को बताया कि पृथ्वी की सतह का 75% हिस्सा पानी है और वास्तव में हमारी उस पूरे पानी तक बहुत कम पहुंच है। इसलिए ये एलियंस के छुपने के लिए सबसे सही जगह है। 2001 से 2005 तक नासा के रिसर्च सेंटर में काम करने वाले शिक्षाविद् केविन नुथ का मानना है कि एटमोस्फेयर में हीट कैपेसिटी कम होती है, इसलिए तापमान में बहुत वेरिएशन होता है। तापमान में भारी अंतर मिलता है। एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर जाने पर वातावरण में तापमान में भारी भिन्नता होती है।
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पानी में कोई समस्या नहीं
शिक्षाविद के विन नुथ ने कहा कि सतह पर रहने में सभी प्रकार की समस्याएं हैं। लेकिन अगर आप समुद्र में रहते हैं, तो समुद्र वाले किसी दूसरे ग्रह पर जाना वास्तव में एक बहुत आसान होगा। ओशियन का तापमान 32 डिग्री फारेनहाइट और 212 डिग्री फारेनहाइट के बीच होगा। इसलिए, समुद्र से ओशियन तक, एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक जाने पर तापमान में नाटकीय रूप से बदलाव नहीं होने वाला है।