वॉशिंगटन। वैज्ञानिकों ने हीलियम के एक दुर्लभ वेरिएंट ‘हीलियम-3’ की आश्चर्यजनक मात्रा का पता लगाया है। कनाडा के बाफिन द्वीप पर ज्वालामुखीय चट्टानों में यह वेरिएंट मिला है। इस वेरिएंट से उस सिद्धांत को समर्थन मिला है कि नोबेल गैस (अक्रिय गैस) पृथ्वी की कोर से लीक हो रही है। ऐसा सहस्राब्दियों से हो रहा है। अनुसंधान दल ने चट्टानों के भीतर हीलियम-4 का भी पता लगाया है। हीलियम-4 पृथ्वी पर आम है, हीलियम-3 ब्रह्मांड में कहीं और अधिक आसानी से पाया जाता है, इससे वैज्ञानिक आश्चर्यचकित थे। यह एक अध्ययन हाल ही में नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ।
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नुनावुत क्षेत्र में है बाफिन द्वीप
नुनावुत क्षेत्र में स्थित बाफिन द्वीप, कनाडा का सबसे बड़ा द्वीप है। यह दनिु या का पांचवां सबसे बड़ा द्वीप भी है। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक फिनले स्टुअर्ट की देखरेख में अपने डॉक्टरेट अध्ययन के हिस्से के रूप में सोलवे लास-इवांस द्वारा बाफिन द्वीप ज्वालामुखीय चट्टानों में पहली बार हीलियम -3 से हीलियम -4 का उच्च अनुपात पाया गया था।
ब्रह्मांड में हीलियम 3 बहुत कम
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक फॉरेस्ट हॉर्टन ने कहा कि “सबसे बुनियादी स्तर पर, ब्रह्मांड में 4He (हीलियम-4) की तुलना में बहुत कम 3He (हीलियम-3) है।” हॉर्टन ने कहा, “हीलियम 3 पृथ्वी पर दुर्लभ है क्योंकि इसका उत्पादन नहीं किया गया है। पृथ्वी के कोर से लीक होने वाले तत्वों का पता लगाने से वैज्ञानिकों को यह जानने में मदद मिल सकती है कि हमारा ग्रह समय के साथ कै से बना और विकसित हुआ। नए निष्कर्ष इस बारे में मौजूदा परिकल्पना को मजबूत करने के लिए सबूत प्रदान करते हैं कि हमारा ग्रह कै से बना।
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