एक विशालकाय कछुए ने अपनी प्रजाति को बचाने में बड़ा योगदान दिया है। डिर्क नाम का 70 साल का ये कछुआ आठ विशालकाय गैलापागोस कछुओं का पिता बना है। मार्च में जानकारी हुई थी कि 21 साल की मादा चार्ली के अंडों से दो बच्चे पैदा हुए। इसके बाद डिर्क के इसाबेल नाम की मादा से जुलाई में कछुए पैदा हुए।
चार्ली ने एक बार फिर अंडे दिए, जिसमें से दो कछुए निकले हैं। ब्रिटेन के ब्रीज नॉर्टन में क्रोकोडाइल्स ऑफ द वर्ल्ड चिड़ियाघर में ये कछुए पैदा हुए हैं। विशाल गैलापोगोस कछुए विलुप्तप्राय प्रजाति हैं। इनके संरक्षण में ये एक बड़ी कामयाबी है। 19वीं सदी में 200,000 कछुओं की तुलना में ये अब सिर्फ 15,000 बचे हैं।
वयस्क कछुओं से अलग रखा जा रहा
क्रोकोडाइल्स ऑफ द वर्ल्ड के संस्थापक और निदेशक शॉन फोगेट ने कहा, ‘पहले मार्च में दो अंडों से बच्चे निकले। इसके बाद जुलाई में इसाबेला के अंडों से चार बच्चे हुए और अब चार्ली के दो अंडों से और बच्चे निकले हैं। तीसरी मादा कछुआ जुजु के साथ भी डिर्क ने प्रजनन किया था।’ बच्चों के विकास और सामान्य स्वास्थ्य की निगरानी के लिए वयस्क कछुओं से अलग रखा गया है।
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यह कछुआ बना बहुत महत्वपूर्ण
फोगेट ने कहा, ‘ये एक बड़ी बात है, क्योंकि एक दशक या उससे अधिक समय तक यूरोप में विशालकाय गैलापागोस कछुओं का सिर्फ एक संग्रह प्रजाति प्रजनन में सक्षम था।’ उन्होंने आगे कहा, ‘निश्चित तौर पर ये दिखाता है कि यूरोप के चिड़ियाघरों में डिर्क संभावित रूप से महत्वपूर्ण कछुआ है।’