लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। लखनऊ पुलिस ने सरोजिनी नगर के एक होटल से सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अजीत मौर्या उर्फ रमेश को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अजीत मौर्या उर्फ रमेश लोगों को नकली नोट देकर पैसा हड़पता था। लखनऊ पुलिस ने आरोपी अजीत मौर्या को सरोजिनी नगर से पकड़ा है। पुलिस की पूछताछ में अजीत मौर्य ने बताया है कि वह अपनी 2 बीवी, 6 गर्लफ्रेंड और 9 बच्चों के लिए यह फर्जीवाड़ा करता था। दरअसल, 27 नवंबर 2023 को अजीत मौर्य पर पुलिस की नजर तब गई जब उसके खिलाफ धर्मेंद्र कुमार नामक शख्स ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। उसने आरोप लगाया कि अजीत मौर्य ने पैसा दोगुना करने के नाम पर उससे तीन लाख रुपये लिए थे जिसे वह वापस नहीं कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पत्नी और बच्चों को होटल में खाना खिला रहा था आरोपी
लखनऊ पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार होने से पहले अजीत मौर्या (41) सरोजनी नगर स्थित एक फाइव स्टार होटल के लग्जरी रेस्टोरेंट में अपने पत्नी के संग खाना खा रहा था। वो अपने परिवार के साथ नए साल पर विदेश यात्रा की योजना बना रहा था।
अभी घूमने का प्लान बना ही रहे थे कि अचानक वहां पुलिस आ गई। कोई कुछ समझ पाता उससे पहले पुलिस ने उस शख्स को अपनी गिरफ्त में ले लिया। पत्नी और बच्चों को घर जाने के लिए कहकर पुलिस उसे लेकर थाने आई। वहां पूछताछ के दौरान जो खुलासा हुआ, उसे सुनकर लोग दंग रह गए।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अजीत मौर्य (41) यूपी के गोंडा जिले का रहने वाला है। सने छठी तक पढ़ा लिखा है। वह सोशल मीडिया पर रील्स बनाता है और उसके ठीक-ठाक फॉलोवर्स हैं। उसके खिलाफ नौ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपी अजीत मौर्य ने बताया कि साल 1999 में छठी क्लास में फेल होने के बाद परिजनों के दबाव में आकर नौकरी की तलाश में मुंबई चला गया। वहां एक ठेकेदार के पास रहकर पीवीसी फॉल्स सीलिंग का काम करने लगा। इसी दौरान उसकी मुलाकात संगीता नामक एक महिला से हुई। दोनों के बीच प्यार हो गया। साल 2000 में दोनों ने शादी कर ली। इन दोनों के सात बच्चे हैं। साल 2010 तक इनकी जिंदगी खुशहाल कटी, लेकिन इसी दौरान उसका काम छूट गया। इधर-उधर हाथ-पैर मारने के बाद काम नहीं मिला तो गोंडा लौट आया।
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मुंबई में POP का काम करते हुए सीखा ठगी का तरीका…
काम नहीं लगने के बाद आरोपी अजीत मौर्य मुंबई आ गया। यहां पर रहने के दौरान अजीत कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में आया, जो ठगी का काम किया करते थे। उन लोगों के साथ रहते-रहते उसने भी ठगी का तरीका सीख लिया। इसके बाद वह गांव में आ गया। गांव वापस आने के बाद इसने धोखाधड़ी का धंधा शुरू करने का प्लान बनाया। इसके लिए लखनऊ चला आया। यहां अपने दो साथियों प्रतापगढ़ के राजेश कुमार और अंबेडकर नगर के दीपक गुप्ता के साथ मिलकर उसने एक गैंग बनाया। इसमें मुंबई में रहने वाला सूरज कुमार भी उनका पार्टनर बन गया। सूरज फोन के जरिए शिकार की तलाश करता। उसे अपने जाल में फंसाकर अजीत, राजेश और दीपक से संपर्क कराता। ये तीनों पैसे डबल करने का लालच देकर शिकार को लखनऊ बुलाते।
लोगों को पैसे डबल करने का देता था लालच…
आरोपी सबसे पहले शिकार को 100-100 रुपए के असली नोट नकली बताकर दे दिए जाते। उससे कहा जाता कि इसे ले जाकर बाजार में चलाओ। नोट चूंकि असली होते तो आसानी से चल जाते थे। इसके बाद शिकार को उन पर भरोसा हो जाता। फिर बड़ी संख्या में पैसों की डिमांड की जाती। उन पैसों को डबल करने का वादा किया जाता। शिकार जब पैसे लेकर आता तो उसे नकली नोटों से भरा बैग देकर आरोपी फुर्र हो जाते। बैग खोलने के बाद शिकार ठगा रह जाता। इस तरह गैंग ने कई लोगों को ठगा। इनके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हुए, लेकिन ये पुलिस की गिरफ्त में आने से बचते रहे। इसी दौरान इन्होंने उन्नाव के रहने वाले धर्मेंद्र कुमार को अपने जाल में फंसा लिया।
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आरोपियों ने नकली नोट का बैग पकड़ा दिया…
26 नवंबर 2023 को धर्मेंद्र कुमार को तीन लाख रुपए के बदले छह लाख देने का वादा करके लखनऊ बुलाया गया। धर्मेंद्र पैसे लेकर पहुंचे तो उन्हें ताला बंद एक बैग दिया गया। इसके बाद आरोपी ये कहकर जल्दीबाजी दिखाने लगे कि पीछे पुलिस लगी है, इसलिए वो बैग कहीं दूसरी जगह जाकर खोले। पीड़िता को उन पर इतना भरोसा हो चुका था कि वो बैग लेकर चला गया। उसने जब बैग खोला तो उसके होश ही उड़ गए। नोटों के बंडल में केवल ऊपर और नीचे असली नोट थे, बाकी सब नकली थे। इसके बाद उन्होंने सरोजनी नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए अजीत को वारदात के कुछ दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया। उसके दोनों साथी फरार बताए जा रहे हैं।
पोंजी स्कीम, नकली नोट, फर्जी इंश्योरेंस से लाखों की ठगी…
पुलिस ने अजीत के पास से 2.15 लाख रुपए नकद, 3 मोबाइल फोन, नकली कूपन नोट और एक स्कॉर्पियों गाड़ी बरामद की है। उसके खिलाफ पोंजी स्कीम, नकली नोट सर्कुलेशन, फर्जी इंश्योरेंस स्कीम सहित कई तरह के फर्जीवाड़े का आरोप है। उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में कई थानों में मुकदमे दर्ज है।
2 बीवी, 6 गर्लफ्रेंड, 9 बच्चे और लग्जरी लाइफ के लिए बना ठग…
अजीत मौर्य की अपराध की दुनिया में कदम रखने के बाद लखनऊ में ठगी का रैकेट चलाते समय उसकी मुलाकात सुशीला नामक एक महिला से हुई। वो उसके ठगी के काम में मदद किया करती थी। अजीत ने सुशीला से भी शादी कर ली। इसी से उसके दो बच्चे हैं। वो जिस दिन गिरफ्तार हुआ, उस दिन सुशीला और बच्चों के साथ ही होटल में बैठकर डिनर कर रहा था। अजीत ने अपनी दोनों बीवियों के लिए अलग-अलग आलीशान घर बनवाया है। उनको लग्जरी सुविधाएं देता है। खुद लखनऊ के पॉश इलाके में किराए पर अपार्टमेंट लेकर रहता है। अपनी सुविधा के अनुसार दोनों बीवियों से अलग-अलग मिलता है। इतना ही नहीं उसकी छह गर्लफ्रेंड भी हैं, जो उसके अपार्टमेंट पर आती-जाती रहती हैं। वो उनके साथ घूमने के लिए बाहर भी जाता है।
लग्जरी लाइफ के लिए बना सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर…
अजीत मौर्य की आलीशान और अय्याश जिंदगी के खर्चे इतने बढ़ गए कि उसने लोगों के साथ ठगी का काम शुरू कर दिया। वो पिछले एक दशक से अपराध कर रहा था, लेकिन पुलिस की नजर उस पर तब पड़ी जब उन्नाव के धर्मेंद्र कुमार ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस जांच में पता चला है कि अजीत सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर भी है। वो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रील्स और वीडियो बनाकर अपलोड करता है। उसकी लग्जरी लाइफ को लोग खूब देखते हैं। उसके अच्छे खासे फॉलोवर्स भी हैं।