10 दिनों तक जयपुर में धरना दे रहे वीरांगनाओं में से कुछ वीरांगनाओं की मांगे सरकार ने पूरी कर दी हैं। लेकिन इस पर सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि जब यह वीरांगना है। 10 दिनों तक वीरांगनाएं जयपुर में धरना दे रही थीं उस वक्त आपने इन्हें अपमानित क्यों किया? वीरांगना का अपमान करने पर आपको क्या हासिल हुआ?
शहीद जीतराम गुर्जर के नाम पर नगर का नामकरण
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार ने नगर के कॉलेज का नाम पुलवामा में शहीद हुए जीतराम गुर्जर जी के नाम पर रखने की मंजूरी दे दी है। उनकी पत्नी 10 दिन तक सरकार के दरवाजे पर धरना देती रहीं, लेकिन उनकी मांगें सुनने की बजाय पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। वीरांगना का अपमान कर आपको क्या हासिल हुआ अशोक गहलोत जी?
शहीद हेमराज के परिजनों की मानी जाए मांगें
इसके अलावा किरोड़ी मीणा ने कहा कि सरकार को शहीद हेमराज मीणा जी के परिजनों की मांग भी माननी चाहिए। परिजन शुरुआत से सांगोद के अदालत चौराहे पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। अंत्येष्टि में गए मंत्रियों ने ऐसा करने का आश्वासन दिया। उनकी पत्नी मधुबाला मीणा इसी मांग को लेकर 10 दिन तक धरने पर रहीं। सरकार का तर्क है कि शहीद हेमराज मीणा जी की पहले से ही दो प्रतिमा स्थापित हैं, लेकिन इन्हें परिजनों की इच्छा के विपरीत सांसद व विधायक ने लगवाया है। एक भी प्रतिमा स्थापित नहीं करने वाली सरकार कह रही है कि तीसरी मूर्ति कैसे लगाएं।। जबकि पूर्व में भी इस तरह के उदाहरण हैं।
शहीद कैप्टन चंदर चौधरी जी की 3 प्रतिमाएं स्थापित हैं। एक प्रतिमा का लोकार्पण स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2003 में किया था। इनकी दूसरी प्रतिमा का लोकार्पण वसुंदरा राजे ने साल 2008 में किया था। तीसरी प्रतिमा का लोकार्पण 2020 ने विधायक गिरधारीलाल ने किया।
भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने की मुलाकात
वहीं भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने किरोड़ी मीणा से मुलाकात भी की।उन्होंने किरोड़ी मीणा का हालचाल जाना।इस दौरान उनकी फोटो भी ली गई, इस तस्वीर में किरोड़ी मीणा के गले पर पट्टा बंधा हुआ दिख रहा है लेकिन वे पहले से काफी कमजोर दिखाई दे रहे हैं।